नई दिल्लीः केंद्रीय बजट संसद में पेश कर दिया है. मोदी सरकार की ओर से पीयूष गोयल ने संसद में आम बजट पेश किया है. जिसमें सरकार की ओर से सबसे बड़ा ऐलान यह किया गया है कि टैक्स स्लैब को 2.5 लाख से बढ़ा कर 5 लाख कर दी गई है. इस ऐलान के बाद मीडिल क्लास लोगों में खुशी दिख रही है. आम लोग इस बजट को ऐतिहासिक बता रहे हैं. वहीं, विपक्ष नेता मोदी सरकार के बजट को जुमला करार दे रहे हैं.


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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के प्रमुख जीतनराम मांझी ने कहा कि 2019 का बजट मोदी सरकार का जुमला है. उन्होंने बजट को पूरी तरह से निराशाजनक बताया है. टैक्स में 5 लाख तक के इनकम पर छूट के बारे में मांझी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार की मंशा होती तो टैक्स स्लैब को 8 लाख तक करती.


जीतनराम मांझी ने कहा टैक्स छूट के लिए स्लैब को 8 लाख रुपये तक करना चाहिए. वहीं, किसानों के खाते में 6 हजार रुपये जाने के बारे में भी मांझी ने कहा कि यह चुनावी घोषणा है. इसे धरातल पर पालन किए जाने के बदले इसे भी जुमला करार दे दिया जाएगा.


वहीं, रेलवे को मिले बड़े पैकेज पर भी जीतनराम मांझी ने निशाना साधा मांझी ने कहा कि राजधानी से सफर कर रहे थे और शौचालय की हालत देखकर उन्हें इस बात पर यकीन हो गया कि पैकेज चाहे जितना भी मिले, लेकिन सुविधाएं जनता को नहीं मिलेगा.


इसके अलावा आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी केंद्र सरकार के बजट को जुमला करार दिया है. उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव को देखते हुए लोकलुभावन बजट पेश किया गया है.


हालांकि, सरकार के नेताओं ने बजट का स्वागत किया है. उन्होंने इसे सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया है. उनका कहना है कि इस बजट में एतिहासिक घोषणाएं की गई है. किसानों के लिए, मीडिल क्लास लोगों के लिए और नौकरी पेशा लोगों से जुड़ा बजट था. सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बजट को पेश कर किया गया है.


आपको बता दें कि केंद्रीय बजट 2019 में सरकार ने किसानों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है. वहीं, मीडिल क्लास और नौकरी पेशा लोगों को बड़ी राहत देते हुए टैक्स में 5 लाख रुपये तक इनकम पर पूरी तरह से छूट दी है.


(रिपोर्ट- स्वप्निल)