आगामी चुनाव के लिए रणनीति और हार के मंथन के लिए जेएमएम ने की बैठक
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आगामी चुनाव के लिए रणनीति और हार के मंथन के लिए जेएमएम ने की बैठक

झारखंड मुक्ति मोर्चा को लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी ने दूसरी बार दो दिवसीय केंद्रीय समिति की बैठक की.

जेएमएम ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है. (फाइल फोटो)

रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा को लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी ने दूसरी बार दो दिवसीय केंद्रीय समिति की बैठक की. बैठक में पार्टी ने लोकसभा चुनाव में हार के कारणों पर तो मंथन किया ही साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति भी तैयार की. हालांकि रणनीति को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया. लेकिन पार्टी के आलाकमान ने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझने का काम जरूर किया. वहीं, बीजेपी ने बैठक को लेकर कहा कि यह ऐसे ही मंथन करते रहेंगे.

जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि पार्टी की यह अहम बैठक है इस बैठक में तमाम जिलों के अध्यक्ष और प्रमुख नेता शामिल हुए हैं. साथ ही पार्टी के तमाम विधायक भी शामिल हुए हैं. इस बैठक में तमाम विषयों पर बारीकी से चर्चा की जा रही है कि बीते लोकसभा चुनाव में हमसे किस तरह की चूक हुई है. उन गलतियों को ध्यान में रखते हुए आगामी विधानसभा को लेकर रणनीति बनाई जाएगी. पार्टी के कार्यकर्ता अपनी भावनाओं से पार्टी के आलाकमान को अवगत करा रहे हैं.

बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा जेएमएम लोकसभा चुनाव के दौरान भी इस तरह की रणनीति बनाया था और एक साथ मिलकर तमाम विपक्षी दल चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था. उन्होंने दावा किया था कि 10 से अधिक सीट महागठबंधन के खाते में आएगी. लेकिन नतीजा सबको पता है. प्रधानमंत्री ने ठीक कहा है कि चुनाव में कोई मैथमेटिक्स काम नहीं करता सिर्फ केमिस्ट्री काम करती है.

जेएमएम की बैठक पर कांग्रेस ने भी समर्थन देते हुए कहा कि हर एक पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावनाओं से आलाकमान अवगत होते हैं. और हर पार्टी के कार्यकर्ता अकेले चुनावी मैदान में उतरने की बात करते हैं. लेकिन राजनीतिक हालातों पर चर्चा कर आलाकमान यह निर्णय लेते हैं कि अकेले चुनाव मैदान में उतरना सही होगा या गठबंधन के तहत, लोकसभा चुनाव में मिली हार का मंथन करना यह अच्छे संकेत हैं.

विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दल बैठकों का दौर जारी कर दिया है. संगठन को मजबूत करने के साथ-साथ गठबंधन बनाने को लेकर भी पार्टी कार्यकर्ताओं की रायशुमारी करने में जुटी है. हालांकि एनडीए हो या महागठबंधन कोई भी दल ने अभी गठबंधन को लेकर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है.