पटना: अशोक चौधरी पर बरसे कुमार आशीष, कहा- 'उनका तो खून ही गंदा है'
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पटना: अशोक चौधरी पर बरसे कुमार आशीष, कहा- 'उनका तो खून ही गंदा है'

एक कार्यकर्ता के लिए नेतृत्व की इस बड़े पद के लिए नियुक्ति की सोच ही महत्वपूर्ण है. मैं कांग्रेस और राहुल-प्रियंका का सिपाही था, हूं और रहूंगा.

आशीष ने जी मीडिया से कहा कि मैं कांग्रेस का सिपाही था हूं और रहूंगा.

पटना: कांग्रेस पार्टी के सचिव बनने के बाद तुरंत हटाए जाने के बाद कुमार आशीष ने जी मीडिया से की एक्सक्लूसिव बातचीत नियुक्ति रद्द होने के बाद कुमार आशीष ने जी मीडिया से कहा कि मैं कांग्रेस का सिपाही था हूं और रहूंगा. 

खासतौर पर जेडीयू नेता अशोक चौधरी पर करारा हमला करते हूए उन्होंने कहा कि अशोक चौधरी का तो खून ही गंदा है. मेरे साथ पार्टी खड़ी है इसमें किसी को कोइ संदेह नहीं है. मैं पद के लिए पार्टी में नहीं आया था और ना आया हूं. आगे जो भी पार्टी का आदेश होगा वही मानूंगा. राहुल जी और प्रियंका जी से भी मिलकर उनको सारी बातों से अवगत कराऊंगा.

एक कार्यकर्ता के लिए नेतृत्व की इस बड़े पद के लिए नियुक्ति की सोच ही महत्वपूर्ण है. मैं कांग्रेस और राहुल-प्रियंका का सिपाही था, हूं और रहूंगा जिस मामले को उछाला गया, उसमें अभी तक कोर्ट ने 14 साल गुजरने के बावजूद चार्ज तक फ्रेम नहीं किया. हम हाईकोर्ट एफआईआर क्वैश कराने गए हैं. 

उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश यूथ कांग्रेस अध्यक्ष रहा और विधानसभा का चुनाव भी लड़ा. अशोक चौधरी का कांग्रेस नेता राजो सिंह की हत्या में नाम दर्ज हुआ. सीबीआई एक मामले में उनका और उनकी पत्नी की जांच कर रही है. खुद वो आपराधिक मिज़ाज के हैं. यूथ कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के दौरान भी ये मामला उठा था जिसमें केजे राव ने मुझे क्लीन चिट दी थी.

किसी भी राजनीतिक दल में प्रतिद्वंदी होते हैं. पार्टी के अंदर विरोधियों के कैंपेन में शामिल लोगों का भी रेखांकन होना चाहिए. हमारे खून में खराबी नहीं है. जिसके खून में खराबी थी, वो जेडीयू और आरएसएस की गोद में बैठ गए. हम अपनी नियुक्ति पर पुनर्विचार की अपील खुद नहीं करेंगे. 

साथ ही उन्होंने कहा कि एनएसयूआई का कैडर सार्वजनिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं करता है. यूथ कांग्रेस के कैडर को पद की कोई लालसा नहीं होती है. हर कैडर खुद को राहुल गांधी मानता है और अब तो प्रियंका गांधी भी आ गईं हैं.

आपको बता दें कि कुमार आशीष की 24 घंटे पहले कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की टीम के लिए नियुक्त किया गया था. पुराने विवाद के मामले को जेडीयू द्दारा उठाए जाने के बाद कुमार आशीष को 24 घंटों के अंदर ही आनन-फानन में हटा दिया गया और उनकी नियुक्ति रदद् कर दी गई.