Lok Sabha Election 2024: पिछले लोकसभा चुनाव में 'फर्स्ट डिविजन' से पास हुए थे भाजपा के ये 5 सांसद, टॉपर रहे थे मुजफ्फरपुर के प्रत्याशी
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Lok Sabha Election 2024: पिछले लोकसभा चुनाव में 'फर्स्ट डिविजन' से पास हुए थे भाजपा के ये 5 सांसद, टॉपर रहे थे मुजफ्फरपुर के प्रत्याशी

Lok Sabha Election 2024: भाजपा प्रत्याशी अजय निषाद बिहार में सबसे ज्यादा मत हासिल करने वाले सांसद बने थे. अजय निषाद को 666878 वोट मिले थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी विकासशील इंसान पार्टी के राजभूषण चौधरी को 256890 यानी 24.28 प्रतिशत मत ही हासिल हुए थे. दूसरे नंबर पर रहे थे रविशंकर प्रसाद. पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद को 607506 यानी 61.85 प्रतिशत वोट मिले थे. 

लोकसभा चुनाव 2024

Lok Sabha Election 2024: एक बार फिर हम लोकसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े हैं. चुनावी प्रक्रिया के लिए चुनाव आयोग की तैयारी चरम पर है. अगले कुछ दिनों में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. ऐसे में समय है एक बार पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर गौर फरमाने का. जैसा कि आपको पता है कि बिहार की 40 में से 39 सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. भाजपा को 17, जेडीयू को 16 तो लोजपा को 6 सीटें हासिल हुई थीं. एक सीट पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया था. लेकिन क्या आपको पता है कि एनडीए के 39 सांसदों में से 5 सांसद ऐसे थे, जो फर्स्ट डिविजन से पास हुए थे और उसमें मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद तो टॉपर रहे थे. फर्स्ट डिविजन हम इसलिए कह रहे हैं कि इन पांच सांसदों ने 60 फीसदी या उससे अधिक मत हासिल किए थे. अजय निषाद ने 63.83 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. इस तरह अजय निषाद ने महागठबंधन प्रत्याशी को 409,988 मतों के विशाल अंतर से हराया था. यहां आपको बता दें कि 60 फीसदी से कम प्रतिशत से जीत हासिल करने वाले सांसदों को हमने सेकेंड डिविजन और 50 फीसदी या उससे कम वोट से जीतने वालों को हमने थर्ड डिविजन में मार्क किया है.

बिहार के टॉपर सांसद 

सबसे पहले बात करते हैं फर्स्ट डिविजन हासिल करने वालों की. जैसा कि हमने पहले बताया, भाजपा प्रत्याशी अजय निषाद बिहार में सबसे ज्यादा मत हासिल करने वाले सांसद बने थे. अजय निषाद को 666878 वोट मिले थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी विकासशील इंसान पार्टी के राजभूषण चौधरी को 256890 यानी 24.28 प्रतिशत मत ही हासिल हुए थे. दूसरे नंबर पर रहे थे रविशंकर प्रसाद. पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद को 607506 यानी 61.85 प्रतिशत वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा को 284,657 मतों से हराया था. शत्रुघ्न सिन्हा को 322849 यानी 32.87 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. तीसरे स्थान पर आते हैं मधुबनी के सांसद अशोक कुमार यादव. भाजपा प्रत्याशी अशोक कुमार यादव को पिछले लोकसभा चुनाव में 595843 यानी 61.83 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उन्होंने विकासशील इंसान पार्टी के बद्री कुमार पूर्वे को 454,940 मतों के विशाल अंतर से हराया था. 

दरभंगा के भाजपा प्रत्याशी गोपालजी ठाकुर इस लिस्ट में चौथे नंबर पर आते हैं. उन्हें पिछले चुनाव में 586668 यानी 60.79 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी को 318689 यानी 33.02 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस तरह गोपालजी ठाकुर ने अब्दुल बारी सिद्दीकी को 267,979 मतों से हराया था. टॉपर्स की लिस्ट में 5वां नाम शिवहर की भाजपा प्रत्याशी रमा देवी का है. रमा देवी को तब 608678 यानी 60.59 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के सैयद फैसल अली को 268318 यानी 26.71 वोट मिले थे. इस तरह रमा देवी ने सैयद फैसल अली को 340,360 मतों के अंतर से हराया था. 

सेकेंड डिविजन हासिल करने वाले सांसद 

अब आते हैं सेकेंड डिविजन पर. इस लिस्ट में पश्चिमी चंपारण के सांसद डा. संजय जायसवाल का नाम सबसे आगे है. डा. संजय जायसवाल ने 603706 यानी 59.6 प्रतिशत मत हासिल किए थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (अब राष्ट्रीय लोक जनता दल) के प्रत्याशी बृजेश कुमार कुशवाहा को 309800 यानी 30.58 वोट मिले थे. इस तरह संजय जायसवाल ने बृजेश कुमार कुशवाहा को 293,906 मतों से हराया था. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल का स्थान आता है. जदयू प्रत्याशी अजय कुमार मंडल को 2019 में 618254 यानी 59.3 प्रतिशत वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के शैलेश कुमार उर्फ वुलो मंडल को 340624 यानी 32.67 प्रतिशत वोट ही हासिल हुए थे. इस तरह अजय कुमार मंडल की जीत का आंकड़ा 277,630 रहा. उसके बाद वाल्मीकिनगर से जीते बैद्यनाथ प्रसाद महतो (अब मृत) का नाम आता है. महतो को 602660 यानी 58.39 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के शाश्वत केदार को 248044 यानी 24.03 प्रतिशत वोट मिले थे. दोनों में जीत हार का अंतर 354,616 रहा था. 

पूर्वी चंपारण के सांसद राधामोहन सिंह भी सेकेंड डिविजन से पास हुए थे. भाजपा प्रत्याशी राधामोहन सिंह को तब 577787 यानी 57.81 प्रतिशत वोट मिले थे और राजद के आकाश कुमार सिंह को 284139 यानी 28.43 प्रतिशत. इस तरह राधा मोहन सिंह ने आकाश कुमार सिंह को 293,648 वोटों के अंतर से हराया था. महाराजगंज के भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल की बात करें तो 2019 में उन्हें 546352 यानी 56.17 प्रतिशत वोट मिले थे. उनके प्रतिद्वंद्वी राजद के रणधीर कुमार सिंह को 315580 यानी 32.44 वोट हासिल हुए थे. इस तरह दोनों में वोटों का अंतर 230,772 वोटों का रहा था. बेगुसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने 692193 यानी 56.48 प्रतिशत वोट पाए थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी भाकपा के कन्हैया कुमार को 269976 यानी 22.03 मत ही मिल पाए थे. इस तरह कन्हैया कुमार 422,217 वोटों के बड़े अंतर से हार गए थे. 

इसी तरह उजियारपुर की बात करें तो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बतौर भाजपा प्रत्याशी 543906 यानी 56.11 प्रतिशत वोट पाए थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा को 266628 यानी 27.51 वोट ही मिल पाए थे. इस तरह नित्यानंद राय ने उपेंद्र कुशवाहा को 277,278 वोटों से हराया था. झंझारपुर से जेडीयू के रामप्रीत मंडल को 602391 यानी 56.8 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. राजद के गुलाब यादव को 279440 यानी 26.35 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. मंडल ने गुलाब यादव को 322,951 वोटों से हराया था. गोपालगंज सुरक्षित सीट की बात करें तो वहां से जेडीयू के डा. आलोक कुमार सुमन 568150 यानी 55.44 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. वहीं राजद के सुरेंद्र राम को 281716 यानी 27.49 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह डा. सुमन ने सुरेंद्र राम को 286,434 वोटों से हराया था. 

जमुई सुरक्षित सीट की बात करें तो लोजपा के चिराग कुमार पासवान ने 529134 यानी 55.75 वोट हासिल किए थे तो राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के भूदेव चौधरी को 288085 यानी 30.35 प्रतिशत मत ही मिल पाए थे. इस तरह चिराग पासवान ने भूदेव चौधरी को 241,049 वोटों से हराया था. समस्तीपुर सुरक्षित सीट पर लोजपा के रामचंद्र पासवान को 562443 यानी 55.19 वोट हासिल हुए थे तो कांग्रेस प्रत्याशी डा. अशोक कुमार को 310800 यानी 30.5 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. इस तरह रामचंद्र पासवान ने डा. अशोक को 251,643 वोटों के अंतर से हराया था. सीतामढ़ी की बात करें तो वहां से जेडीयू के सुनील कुमार पिंटू को 567745 यानी 54.65 प्रतिशत वोट मिले थे, वहीं राजद के अर्जुन राय को 317206 यानी 30.53 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह सुनील कुमार पिंटू ने अर्जुन राय को 250,539 वोटों से हराया था. 

पूर्णिया की बात करें तो जेडीयू के संतोष कुमार को 2019 के लोकसभा चुनाव में 632924 यानी 54.85 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. वहीं कांग्रेस के उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को 369463 यानी 32.02 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह संतोष कुमार ने उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को 263,461 वोटों से मात दी थी. मधेपुरा से जेडीयू के दिनेश चंद्र यादव को 624334 यानी 54.42 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के शरद यादव को 322807 यानी 28.14 प्रतिशत मत ही प्राप्त हो सके. इस तरह दिनेश लाल ने शरद यादव को 301,527 वोटों से हराया था. सुपौल से जेडीयू के दिलेश्वर कामत को 2019 में 597377 यानी 53.78 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे तो कांग्रेस के रंजीत रंजन को 330524 यानी 29.76 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह रंजीत रंजन, दिलेश्वर कामत से 266,853 वोटों से हार गई थीं. 

सारण से भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूढ़ी को 499342 यानी 53.03 प्रतिशत मत मिले थे और उन्होंने राजद के चंद्रिका राय को 138,429 मतों के अंतर से हराया था. चंद्रिका राय को 360913 यानी 38.33 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. हाजीपुर सुरक्षित सीट से पशुपति कुमार पारस ने बतौर लोजपा उम्मीदवार 541310 यानी 53.76 प्रतिशत मत पाए थे और उन्होंने राजद के शिवचंद्र राम को 205,449 मतों से हराया था. शिवचंद्र राम को 335861 यानी 33.36 प्रति वोट हासिल हुए थे. वैशाली की बात करें तो लोजपा की वीणा देवी को 568215 यानी 52.87 प्रतिशत वोट मिले थे और उन्होंने राजद के रघुवंश प्रसाद सिंह को 234,584 वोटों से मात दी थी. रघुवंश प्रसाद सिंह को 333631 यानी 31.04 प्रतिशत वोट मिले थे. 

खगड़िया सीट से लोजपा के चौधरी महबूब अली कैसर ने 510193 यानी 52.77 वोट पाए थे और उन्होंने विकासशील इंसानी पार्टी के मुकेश साहनी को 248,570 वोटों के अंतर से हराया था. मुकेश साहनी को 261623 यानी 27.06 प्रतिशत वोट मिले थे. नवादा सीट से लोजपा के ही चंदन सिंह को 495684 यानी 52.59 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. दूसरी ओर राजद की विभा देवी को 347612 यानी 36.88 प्रतिशत मत मिले थे. इस तरह विभा देवी, चंदन सिंह से 148,072 वोटों से हार गई थीं. वहीं नालंदा सीट से कौशलेंद्र कुमार जनता दल यूनाइटेड से चुनाव मैदान में थे. उन्हें 540888 यानी 52.45 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उन्होंने हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के अशोक कुमार आजाद को 256,137 वोटों के अंतर से परास्त किया था. आजाद को 284751 यानी 27.61 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. 

आरा की बात करें तो आरके सिंह भारतीय जनता पार्टी से मैदान में थे और भाकपा माले की ओर से राजू यादव. आरके सिंह को 566480 यानी 52.42 प्रतिशत वोट मिले तो राजू यादव को 419195 यानी 38.79 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस तरह आरके सिंह ने राजू यादव को 147,285 वोटों से हराया था. अररिया से भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 618434 यानी 52.87 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के सरफराज आलम को 481193 यानी 41.14 प्रतिशत वोट. दोनों के बीच हार जीत का अंतर 137,241 रहा था. मुंगेर से राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह जनता दल यूनाइटेड की ओर से चुनाव मैदान में थे. उन्हें 528762 यानी 51.03 प्रतिशत वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस की नीलम देवी को 360825 यानी 34.82 प्रतिशत मत हासिल हुए थे. इस तरह दोनों के बीच हार जीत का अंतर 167,937 वोटों का रहा था. 

सासाराम सुरक्षित सीट से भाजपा की ओर से छेदी पासवान ने ताल ठोकी थी और कांग्रेस से मैदान में मीरा कुमार थीं. छेदी पासवान को 494800 यानी 50.76 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे तो मीरा कुमार को 329055 यानी 33.76 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह छेदी पासवान ने मीरा कुमार को 165,745 वोटों से हराया था. कटिहार की बात करें तो दुलाल चंद्र गोस्वामी ने बतौर जेडीयू उम्मीदवार 559423 यानी 50.05 प्रतिशत वोट पाए थे और कांग्रेस की ओर से तारीक अनवर को 502220 यानी 44.93 प्रतिशत मत मिले थे. इस तरह दुलाल चंद्र गोस्वामी ने तारीक अनवर को मात्र 57,203 हजार वोटों से मात दी थी.

थर्ड डिविजन रहे ये सांसद 

जेडीयू प्रत्याशी कविता सिंह ने सीवान लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते हुए 448473 यानी 45.54 प्रतिशत वोट हासिल किए थे. उनकी प्रतिद्वंद्वी राजद की हिना शहाब को 331515 यानी 33.66 मत प्राप्त हुए थे. इस तरह दोनों के बीच मतों का अंतर 116,958 रहा था. वहीं पाटलिपुत्र सीट से भाजपा के रामकृपाल यादव को 509557 यानी 47.28 प्रतिशत वोट मिले थे. उनकी प्रतिद्वंद्वी राजद की मीसा भारती को 470236 यानी 43.63 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे. इस तरह दोनों के बीच मतों का अंतर केवल 39,321 का रहा था. किशनगंज की बात करें तो यही एक सीट विपक्षी दलों के खाते में गई थी और कांग्रेस के डा. मोहम्मद जावेद ने यहां से जीत दर्ज की थी. मोहम्मद जावेद को 367017 यानी 33.32 प्रतिशत मत हासिल हुए थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी जेडीयू के सैयद मोहम्मद अशरफ को 332551 यानी 30.19 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह दोनों के बीच मतों का अंतर केवल 34,466 रहा था. 

काराकाट सीट से जेडीयू के महाबली सिंह 398408 यानी 45.86 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा को 313866 यानी 36.13 मत ही हासिल हो पाए थे. दोनों के बीच 84,542 मतों से हार जीत हुई थी. जहानाबाद सीट से जेडीयू के चंदेश्वर प्रसाद को 335584 यानी 40.82 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के सुरेंद्र प्रसाद यादव को 333833 यानी 40.61 वोट हासिल हुए थे. यानी बिहार में जहानाबाद सीट पर सबसे कम 1,751 मतों से जीत और हार का फैसला हुआ था. गया सुरक्षित सीट की बात करें तो वहां से जेडीयू के विजय कुमार ने हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी को हराया था. विजय कुमार को 467007 यानी 48.79 प्रतिशत वोट मिले थे तो जीतनराम मांझी को 314581 यानी 32.86 प्रतिशत. 152,426 वोटों से यहां हार जीत का फैसला हुआ था. 

इसी तरह बक्सर में भाजपा के आश्विनी कुमार चौबे को 473053 यानी 47.94 प्रतिशत मत मिले थे तो राजद के जगदानंद सिंह को 355444 यानी 36.02 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. यहां 117,609 मतों से हार जीत तय हुई थी. बांका की बात करें तो जेडीयू के गिरधारी यादव को 477788 यानी 47.98 प्रतिशत मत मिले थे तो राजद के जयप्रकाश नारायण यादव को 277256 यानी 27.84 प्रतिशत. यहां 200,532 मतों से जयप्रकाश नारायण यादव हार गए थे. इसी तरह औरंगाबाद में भाजपा के सुशील कुमार सिंह को 431541 यानी 45.83 प्रतिशत वोट मिले थे तो हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के उपेंद्र प्रसाद को 358934 यानी 38.12 प्रतिशत. इस तरह सुशील कुमार सिंह ने हम के उपेंद्र प्रसाद को 72,607 मतों से मात दी थी.

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