Bihar News: हेडमास्टर की मनमानी के खिलाफ फूटा छात्रों का गुस्सा, क्लास के बाहर किया प्रदर्शन
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Bihar News: हेडमास्टर की मनमानी के खिलाफ फूटा छात्रों का गुस्सा, क्लास के बाहर किया प्रदर्शन

Bihar News: बिहार के मधुबनी में एक स्कूल के हेडमास्टर की मनमानी और कुव्यवस्था के खिलाफ छात्रों ने जमकर हंगामा किया. छात्रों ने हेडमास्टर पर कई आरोप लगाए.

हेडमास्टर की मनमानी के खिलाफ फूटा छात्रों का गुस्सा

मधुबनी:  मधुबनी के एक स्कूल में हेडमास्टर की मनमानी और कुव्यवस्था को लेकर छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित छात्र छात्राओं ने हेडमास्टर के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.  मामला जयनगर प्रखंड के सेलरा गांव स्थित कबीर उच्च माध्यमिक प्लस टू हाई स्कूल की है. छात्राओं ने हेडमास्टर पर छात्र छात्राओं को घण्टो धूप में खड़ा करने का भी आरोप लगाया है. स्कूल व्यवस्था के खिलाफ छात्रों ने जम कर बवाल काटा. जिससे स्कूल में पठन-पाठन ठप हो गया. स्कूल के दसवीं की छात्रा सोनम प्रिया, अंजली , आरती , अन्नु कुमारी, शिवानी कुमारी, चांदनी कुमारी, अंकुश सिंह समेत अन्य छात्रों ने विद्यालय प्रबंधन पर कई तरह के आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान समय में भीषण गर्मी में कक्षा में पंखा का अभाव है.

स्कूल में परिचारी होने के बावजूद छात्राओं को शौचालय समेत क्लास रूम साफ-सफाई करने को कहा जाता है. छात्रों ने विद्यालय व्यवस्थापक पर आरोप लगाते हुए कहा कि गर्मी को लेकर क्लास में पंखा नहीं है. स्मार्ट क्लास में कोई व्यवस्था नहीं है और स्मार्ट क्लास में बैठने को बोला जाता है फिर बाहर निकाल दिया जाता है. सभी छात्राएं कक्षा से बाहर खुले मैदान में बैठ कर विद्यालय व्यवस्थापक के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. छात्राओं का आरोप है कि नामांकन के चार माह बाद भी स्मार्ट क्लास अब तक चालू नहीं किया गया,जबकि सभी शिक्षकों के पास मोबाइल नेटवर्क है.

स्कूल में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभ से भी छात्र छात्राएं वंचित है. पानी पीने के लिए लगे चापाकल में करंट आता है जिससे किसी बड़ी हादसा से इंकार नहीं किया जा सकता है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक मिथिलेश कुमार ने छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि छात्रों को पठन-पाठन के लिए विद्यालय आने की बात पर आरोप लगाया जा रहा है. गर्मी को देखते हुए विद्यालय में पंखा का बंदोबस्त किया गया है. लेकिन छात्रों द्वारा उसे क्षतिग्रस्त कर दिया जाता है. विद्यालय का भवन भी जर्जर है और बारिश के समय छत से पानी का रिसाव होता है. विद्यालय के शिक्षकों में आपसी तालमेल का अभाव है जिससे पढ़ाई बाधित होती है और बच्चे इससे प्रभावित होते हैं. देखना है विद्यालय प्रशासन पर लगे गंभीर आरोपों पर जिला प्रशासन क्या कार्रवाई करती है.

इनपुट- बिंदु भूषण ठाकुर

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