बगहा में बाघ के हमले से सात ग्रामीण की मौत, डीएफओ ने बाघ को मारने के दिए आदेश
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बगहा में बाघ के हमले से सात ग्रामीण की मौत, डीएफओ ने बाघ को मारने के दिए आदेश

वाल्मीकि टाईगर रिजर्व क्षेत्र से बाहर निकलकर एक बाघ आदमखोर हो गया है. बाघ धीरे-धीरे लोगों का शिकार कर रहा है. बाघ के आतंक से ग्रामीण डरे हुए है, इधर वन विभाग के अधिकारी बाघ को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहे है.

बगहा में बाघ के हमले से सात ग्रामीण की मौत, डीएफओ ने बाघ को मारने के दिए आदेश

बगहा : बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाईगर रिजर्व क्षेत्र से बाहर निकले आदमखोर बाघ को आखिरकार मारने का आदेश दे दिया गया है. आज गोबर्धना वन क्षेत्र के डुमरी गांव में बाघ के हमले में संजय महतो की मौत हो गई. युवक की मौत के बाद वन विभाग की टीम को आक्रोशित ग्रामीणों का भारी गुस्सा झेलना पड़ा. शव के साथ ग्रामीणों ने जोरदार हंगामा और बवाल खड़ा किया.

क्या है पूरा मालमा
बता दें कि वाल्मीकि टाईगर रिजर्व क्षेत्र से बाहर निकलकर एक बाघ आदमखोर हो गया है. बाघ धीरे-धीरे लोगों का शिकार कर रहा है. बाघ के आतंक से ग्रामीण डरे हुए है, इधर वन विभाग के अधिकारी बाघ को पकड़ने में नाकाम साबित हो रहे है. ग्रामीण का आरोप है कि वन विभाग के अधिकारियों को लोगों की जान का ख्याल नहीं है. घटना के बाद लोगों ने वन विभाग की गाडियों पर गुस्सा उतारा और तोड़ फोड़ किया तब वन विभाग की टीम भाग कर अपनी जान बचाई. घटना के बाद बिगड़ते माहौल को देखते हुए भारी संख्या में दल बल के साथ DFO 1 प्रद्युम्न गौरव औऱ ASP अभियान दिवेश कुमार मिश्रा मौके पर पहुंचे औऱ मृतक के परिजनों व आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामला शांत कराते हुए तत्काल अंतिम संस्कार के लिए सहयोग राशि देते हुए 5 लाख मुआवजे की घोषणा किया.

मृतक के परिजन सरकारी नौकरी की कर रहे मांग
मृतक के आश्रित सरकारी नौकरी समेत 25 से 30 लाख मुआवजे की मांग कर रहे हैं ताकि परिवार का भरण पोषण हो सकें. इस मामले में DFO प्रद्युम्न गौरव ने भरोसा दिलाया है कि सरकारी स्तर पर इसके लिए और सुविधाओं खातिर कोशिश की जाएगी. वन विभाग ने आखिरकार अब 7 मौतों के बाद मान लिया है और खुद DFO ने इसकी जानकारी दी है कि बाघ अब आदमखोर हो चुका है और एक ही बाघ है जो बार बार अपना लोकेशन बदलकर हमला कर रहा है. जिसे स्थिति सामान्य होते ही ट्रेस कर मार दिया जाएगा. हालांकि ग्रामीण वन विभाग से इस बात की गारंटी मांग रहे हैं कि जब तक बाघ मारा नहीं जाता है तब तक किसी और जान माल का नुकसान नहीं हो इस बात का वन विभाग के अधिकारी जिम्मा लें. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि वन विभाग आदमखोर बने बाघ को मारने में कब तक सफल होता है.

इनपुट- इमरान अजीजी

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