Motihari: बिहार के मोतिहारी से बालमजदूरी का मामला सामने आया है. मनरेगा में बालमजदूरी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यहां पर मनरेगा योजना के अमृत सरोवर योजना के तहत एक तालाब का कार्य चल रहा है. यहां पर बच्चों से मजदूरी करवाई जा रही है.
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Motihari: बिहार के मोतिहारी से बालमजदूरी का मामला सामने आया है. मनरेगा में बालमजदूरी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यहां पर मनरेगा योजना के अमृत सरोवर योजना के तहत एक तालाब का कार्य चल रहा है. यहां पर बच्चों से मजदूरी करवाई जा रही है.
10 से 15 साल के नाबालिगों से करवाई जा रही बाल मजदूरी
मोतिहारी में बालमजदूरी का मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, यह मामला जिले के ढाका प्रखंड के बड़हरवासीवन पंचायत के नरकटिया गांव में मनरेगा के अमृत सरोवर योजना के तहत एक तालाब का काम करने का है. यहां पर 10 से 15 साल के बच्चों से मनरेगा में बालमजदूरी करवाई जा रही है. बच्चें इस भीषण गर्मी में टोकरी में मिट्टी डालकर ले जा रहे हैं. जो कि बालश्रम अधिनियमों के खिलाफ है. सरकारी कानूनों के हिसाब से यह एक दंडनीय अपराध भी है.
जॉब कार्ड कैसे हुआ तैयार
नियमों के अनुसार मनरेगा योजना के तहत सिर्फ वहीं लोग मजदूरी कर सकते हैं जिनका मनरेगा विभाग से जॉब कार्ड बना हुआ है. बालमजदूरी कर रहे बच्चों को देख कर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, कि नाबालिगों का जॉब कार्ड विभाग ने किन नियमों के आधार पर निर्गत किया है. यदि यह बालमजूरी बिना जॉब कार्ड वाले हैं तो बालश्रम अधिनियमों के खिलाफ है.
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस मामले को सिकरहना एसडीएम इफ्तेखार अहमद ने गंभीरता से लेते हुए अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी को जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. एसडीएम ने कहा कि यह मामला बहुत गंभीर है. जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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