नल जल योजना में बड़े पैमाने पर धांधली आई सामने, जांच के बाद नप सकते हैं मुखियाजी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar854106

नल जल योजना में बड़े पैमाने पर धांधली आई सामने, जांच के बाद नप सकते हैं मुखियाजी

ग्रामीणों के मुताबिक यहां सभी सरकारी योजनाओ में खानापूर्ति की गयी है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ, मुखिया और पंचायत सचिव से शिकायत भी की. लेकिन इसपर कुछ भी ध्यान नहीं दिया गया.

नल जल योजना में बड़े पैमाने पर धांधली आई सामने, जांच के बाद नप सकते हैं मुखियाजी.

Gopalganj: बिहार के गोपालगंज में नल जल योजना में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है. जिला प्रशासन ने कुचायकोट के बनकटा पंचायत की जांच की. जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. कुचायकोट के बीडीओ वैभव शुक्ला ने कहा कि अनियमितता के आरोप में पंचायत के मुखिया के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जा सकती है.

यहां बनकटा पंचायत के वार्ड नंबर 5 और 6 में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई थी. यहां पर वार्ड और मुखिया की मिलीभगत से नल जल योजना में पैसे की निकासी कई साल पहले ही कर लिया गया था, लेकिन धरातल पर काम पूरा नहीं हुआ था. इसके साथ ही कागजों में ही कार्य को पूरा दिखा दिया गया था.

यह भी पढ़ें:- Gopalganj News: घर पर बोला जा रहा हूं कोचिंग, घंटों बाद आए फोन से परिवार में मची खलबली

गोपालगंज में विजयीपुर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना (Saat Nishchay Yojna) में बड़े पैमाने पर धांधली बरती गई है. यही इस पंचायत के कई वार्डों में वर्षों पहले नलजल योजना (Nal Jal Yojna) को पूरा करने के नाम पर पैसे का उठाव कर लिया गया, लेकिन धरातल पर कुछ भी नहीं बना.

गोपालगंज के विजयीपुर प्रखंड जिले के सबसे दूर और यूपी के देवरिया से सटा हुआ इलाका है. इसी प्रखंड में जगदीशपुर पंचायत है. इस पंचायत में जाने के लिए विजयीपुर से देवरिया जाने के रास्ते में करीब 10 किलोमीटर का यूपी का सफर तय करना पड़ता है.

यहां काफी मशक्कत के बाद पहुंचा जा सकता है, जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यहां अधिकारियों का पहुंचना तो दूर, सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पहुंचने में भी वर्षों लग जाते हैं. इसके बाद भी यहां सरकारी योजनाएं अभी तक पूरी नहीं हो सकी हैं.

यह भी पढ़ें:- Gopalganj: नाबालिग छात्रा से रेप की कोशिश की, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर कर दिया वायरल

ग्रामीणों के मुताबिक जगदीशपुर पंचायत के बडहडा गांव में ढाई या तीन साल पहले नल जल योजना के तहत पानी टंकी का नींव डाला गया. कुछ पाइप भी बिछाए गए. ग्रामीणों को उम्मीद जगी कि यहां अब उन्हें शुद्ध पेयजल मिलेगा. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.

ग्रामीणों के मुताबिक जगदीशपुर पंचायत के बडहडा , रामनगर , रानडे बन्दे , मठिया जैसे कई गांव हैं, जहां 6 आंगनबाड़ी केंद्र के भवन का निर्माण करना था, वह पूरा नहीं हुआ. नल जल योजना यहां किसी भी पंचायत में पूरी नहीं हुई. मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (CM Gramin Sadak Yojna)से आज भी इस इलाके के गांव वंचित हैं.

ग्रामीणों के मुताबिक यहां सभी सरकारी योजनाओ में खानापूर्ति की गयी है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने बीडीओ, मुखिया और पंचायत सचिव से शिकायत भी की. लेकिन इसपर कुछ भी ध्यान नहीं दिया गया.

पंचायत की मुखिया बिंदा देवी से बात की गयी तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी नहीं बताया. उनके प्रतिनिधि और इस इलाके के दबंग संजय साह और पंचायत सचिव संजय कुमार और विजयीपुर की बीडीओ मीरा कुमारी ने कहा की उन्हें मीडिया से मिलने की इजाजत नहीं है.

यह भी पढ़ें:- 9 साल की बच्ची के साथ रेप-हत्या मामले में आरोपी दोषी करार, POCSO के तहत सुनाई गई फांसी की सजा

जब इस मामले में डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि इस पंचायत के बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी. मीडिया से जानकारी मिली है. वे इस पंचायत के योजनाओ की जांच करेंगे और शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.

आज मंगलवार को सदर एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल, कुचायकोट के बीडीओ वैभव शुक्ला सहित कई अधिकारी बनकटा पंचायत पहुंचे. यहां पंचायत के सभी वार्डों में चल रहे सात निश्चय योजना के साथ-साथ अन्य योजनाओं की जांच की. जांच में वार्ड नंबर 5 और 6 में नल जल योजना में धांधली की शिकायत सही पाई गई. इसको लेकर कुचायकोट बीडीओ वैभव शुक्ला ने कहा कि इस मामले में मुखिया की संलिप्तता पाए जाने पर उनके खिलाफ भी FIR की जाएगी.

वही, इस मामले में सदर SDM उपेंद्र कुमार पाल ने कहा कि कुचायकोट में सिर्फ बनकटा पंचायत में योजनाओं की जांच की जा रही है. जांच के बाद जो भी दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
इनपुट:- मधेश