बिहार: सीएम नीतीश कुमार बच्चों का हाल लेने अब तक नहीं पहुंचे मुजफ्फरपुर, सियासत हुई तेज
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बिहार: सीएम नीतीश कुमार बच्चों का हाल लेने अब तक नहीं पहुंचे मुजफ्फरपुर, सियासत हुई तेज

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मुजफ्फरपुर जा चुके हैं.

पीड़ित बच्चों का हाल लेने के लिए नीतीश कुमार अब तक मुजफ्फरपुर नहीं गए हैं.

पटना: बिहार में बच्चों की मौत का आंकड़ा 100 के पार पहुंच गया है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मुजफ्फरपुर जा चुके हैं लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी तक मुजफ्फरपुर नहीं गए जिसको लेकर सियासत बेहद गर्म हो गई है.

मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार ने 100 से अधिक बच्चों की जान ले ली है देर से ही सही लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन मुजफ्फरपुर पहुंचे हालांकि देरी का आलम यह रहा कि उनके सामने ही कुछ बच्चों ने दम तोड़ दिया. डॉ हर्षवर्धन को मुजफ्फरपुर में काले झंडे भी दिखाए गए लेकिन बीजेपी का मानना है कि उनकी पूरी टीम प्रदेश से लेकर केंद्र तक मुजफ्फरपुर में कैंप किए हुए हैं और हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं

लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी तक मुजफ्फरपुर के दौरे पर नहीं गए हैं ना ही मुख्यमंत्री ने औरंगाबाद जाने की जहमत उठाई है. मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक बच्चे तो औरंगाबाद में 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. नीतीश कुमार का इन जिलों से दूरी बनाए रखना कई सवाल खड़े करता है एक तरफ जहां विपक्ष मुख्यमंत्री के नहीं जाने से हमलावर है तो सत्ता पक्ष में जेडीयू की सहयोगी बीजेपी भी केवल बचाव के मूड में है. ना कि कुछ भी खुलकर बोलने के मूड में. 

गर्मी ने जहां पूरे बिहार में त्राहिमाम मचा रखा है वहीं मुख्यमंत्री का दिल्ली प्रवास और मुजफ्फरपुर औरंगाबाद से दूरी में सियासी पारे को भी काफी बढ़ा दिया है. जेडीयू की तरफ से दलील दी जा रही है कि मुख्यमंत्री खुद लगातार सभी मामलों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि क्या मॉनिटरिंग से सब कुछ संभल जाएगा? क्या सुबह के शासन प्रमुख की यह जिम्मेदारी नहीं बनती कि वह भी दुख की इस घड़ी में अपने बच्चों को खो चुके माता पिता ओं का हौसला बढ़ाने उन्हीं इलाकों में पहुंचे.

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