बिहारः इनामी कुख्यात हरि यादव गिरफ्तार, 22 साल की उम्र की थी नक्सली की हत्या
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बिहारः इनामी कुख्यात हरि यादव गिरफ्तार, 22 साल की उम्र की थी नक्सली की हत्या

रोहतास जिले का सिरदर्द बना पचास हजार रुपये का इनामी नक्सली हरि यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

बिहारः इनामी कुख्यात हरि यादव गिरफ्तार, 22 साल की उम्र की थी नक्सली की हत्या

कैमूरः रोहतास जिले का सिरदर्द बना पचास हजार रुपये का इनामी नक्सली हरि यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कुख्यात अपराधी हरि यादव ने बिहार समेत यूपी में भी कई घटनाओं को अंजाम दिया है. हरि यादव ने खुद बताया है कि उसने एक दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है.

हरि यादव पर रोहतास और कैमूर जिले के कई थानों में एक दर्जन से अधिक अपहरण, छिनैती, हत्या, पुलिस पिकेट उड़ाना, पुलिस जीप को उड़ाने सहित कई मामले दर्ज हैं. बताया गया कि वह कैमूर और रोहतास में घटनाओं को अंजाम देकर आंध्र प्रदेश और विजयवाड़ा में छुपकर मजदूरी कर रहा था. जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर अधौरा थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके से गिरफ्तार कर लिया है.

गिरफ्तार आरोपी हरी यादव ने बताया कि वह 40 साल का है और जब 22 साल का था तभी से वह अपराध की दुनिया में चला गया. नक्सलियों ने हरि यादव के भाई की हत्या कर दी, उसके बाद वह एक नक्सली की हत्या कर दी थी. उसका कहना है कि एमसीसी नकस्ली से उनकी लड़ाई है.

उसने बताया कि वह अपने साले के साथ मिलकर घटना को अंजाम देता था. जिसमें सबसे चर्चित डेढ साल पूर्व हुए अधौरा थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके से वनपाल सुरेश रजक का अपहरण किया था. चार लाख रुपये फिरौती मिलने के बाद उसे छोड़ा था. वह सासाराम जेल में भी 2 साल पूर्व सजा काट चुका है.

वहीं, एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया गिरफ्तार कुख्यात नक्सली बहुत ही शातिर है. इसके ऊपर सरकार ने पचास हजार रुपये का इनाम रखा हुआ था. यह कभी नक्सलियों के साथ मिलकर घटनाओं को अंजाम देता था, तो कभी अपने अलग साथियों के साथ मिलकर कई घटनाओं को इसने अंजाम दिया है. जिसमें  कैमूर जिले के अधौरा में ड्यूटी पर कार्य कर रहे वनपाल सुरेश रजक का अपहरण, यूपी के व्यवसाई का अपहरण, अधौरा प्रखंड क्षेत्र के सरकारी विद्यालय के शिक्षक का अपहरण, डीलर का अपहरण मुख्य रूप से हैं.

उन्होंने कहा कि हरि यादव पर एक दर्जन से अधिक मामले संज्ञान में आए हैं और उसने स्वीकार भी किया है. अब उसका अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. दो साल पहले सासाराम जेल में भी बंद था. उसके बाद से यह फरार चल रहा था. इसने पुलिस की गाड़ी और पुलिस पिकेट को भी उड़ा दिया था. इस कार्य में लगे सभी पुलिस पदाधिकारियों को इनाम दिया जाएगा.