पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की 10 योजनाओं पर तेजी से काम, तीन योजनाएं 15 अगस्त तक होगी पूरी
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पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की 10 योजनाओं पर तेजी से काम, तीन योजनाएं 15 अगस्त तक होगी पूरी

 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी शुरुआत की और भारत में कई शहरों के चेहरे बदल रहे हैं. राजधानी पटना का भी चयन इसी स्मार्ट सिटी के तहत हुआ था.

अदालतगंज तालाब के निर्माण के बाद इसे आम जनता के लिए 15 अगस्त तक खोलने का लक्ष्य है.

पटना: भारत के शहरों को आधुनिक रूप देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट सिटी मिशन की शुरुआत की थी. 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी शुरुआत की और भारत में कई शहरों के चेहरे बदल रहे हैं. राजधानी पटना का भी चयन इसी स्मार्ट सिटी के तहत हुआ था.

फिलहाल राजधानी पटना में स्मार्ट सिटी के तहत कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है और 10 ऐसी परियोजनाएं है जो पूरे होने के कगार पर है. आपको बता दें कि 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री मोदी ने 100 स्मार्ट सिटीज मिशन के नाम से योजना शुरू की थी. इसमें पहले चरण में 20 शहरों का चयन हुआ और 28 जनवरी 2016 को 20 शहरों का चयन हुआ था. वहीं, 24 मई 2016 को दूसरे चरण के तहत 13 शहरों का चयन हुआ जिसमें बिहार से भागलपुर का भी चयन हुआ था.

तीसरे चरण के तहत 27 शहरों का चयन हुआ जिसके नाम की घोषणा 20 सितंबर 2016 को हुई थी. चौथे चरण के तहत 30 शहरों का चयन हुआ जिसमें राजधानी पटना और मुजफ्फरपुर को स्मार्ट टैग मिला. पांचवें चरण के तहत 18 जनवरी 2018 को 9 शहरों का चयन हुआ, जिसमें बिहार शरीफ का भी चयन हुआ था. वहीं, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की स्थापना 9 नवंबर 2017 को हुई थी. फिलहाल पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत छोटी बड़ी 30 से ज्यादा परियोजनाएं है जिसमें 10 पूरे होने या पूरे होने के कगार पर है. साल 2020 तक इसे पूरी करने का लक्ष्य है. आइए जानते हैं कि स्मार्ट सिटी की तहत कौन सी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है

  • अदालतगंज तालाब पुनर्निमाण- इस योजना के लिए 9 करोड़ 84 लाख होंगे खर्च
  • बीरचंद पटेल पथ का जीर्णोद्धार- इस योजना के लिए 33 करोड़ 43 लाख होंगे खर्च
  • मंदिरी नाला का विकास-  इस योजना के लिए 67 करोड़ खर्च होंगे
  • तीन जन सेवा केन्द्र के लिए 36 करोड़ के लिए खर्च होंगे
  • गांधी मैदान में बड़ी साइज की एलइडी स्क्रीन और दूसरी सेवाएं-  6 करोड़ 98 लाख रूपए होंगे खर्च
  • स्मार्ट रोड नेटवर्क- 302 करोड़ रूपए होंगे खर्च
  • रेलवे स्टेशन एरिया डेवलपमेंट- 211 करोड़ होंगे खर्च
  • इंटेगरेट कमांड एंड कंट्रोल सेंर पर 313 करोड़ से ज्यादा होंगे खर्च
  • बाकरगंज नाले का विकास- 15 करोड़ से ज्यादा का खर्च
  • आइसीसीसी और पीएससीआई बिल्डिंग के लिए 13 करोड़ से ज्यादा होंगे खर्च

पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनुपम सुमन के मुताबिक इन सभी 10 परियोजनाओं पर 1017 करोड़ से ज्यादा रूपए खर्च होंगे. गांधी मैदान के आसपास एलइडी लाइटिंग, बड़ी एलइडी स्क्रीन और सभी सरकारी और निजी इमारतों को एक ही रंग में रंगने का काम किया जाएगा. अदालतगंज तालाब के निर्माण के बाद इसे आम जनता के लिए 15 अगस्त तक खोलने का लक्ष्य है.