Bihar Bullet Train: बुलेट ट्रेन के लिए बिहार में जमीन का अधिग्रहण 2025 से शूरू होने की संभावना है. ऐसे में जमीन अधिग्रहण के दौरान दिए जाने वाले मुआवजे को लेकर शर्त भी सामने आ गई है.
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पटना: बिहार में बुलेट ट्रेन के लिए जमीन का अधिग्रहण अगले साल 2025 से शुरू होने की संभावना है. अधिग्रहण की प्रमुख शर्त यह है कि जमीन पर अगर आपका घर है, बोरिंग है, पेड़ है या और कोई संपत्ति है तो उसका भी मुआवजा दिया जाएगा. बुलेट ट्रेन का स्टॉपेज आरा, बक्सर और उदवंतनगर यानी आरा स्टेशन पर होगा. बिहार में बुलेट ट्रेन जमीन पर, जमीन के नीचे और एलिवेटेड तीनों फॉर्मेट में होगी. यह जानकारी सामने आई है कि आरा और बक्सर के बीच का बुलेट ट्रेन का ट्रैक एलिवेटेड होगा और यह जमीन से 20 फीट ऊपर होगा.
दिल्ली से हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन दिल्ली से चलकर अलीगढ़, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी होते हुए पटना और फिर हावड़ा जाएगी. बुलेट ट्रेन के इस रूट की लंबाई अनुमानत: 1500 किलोमीटर बताई जा रही है और इस ट्रेन की स्पीड 350 किलोमीटर. माना जा रहा है कि हावड़ा से दिल्ली तक की दूरी केवल 5 घंटे में पूरी हो जाएगी. बता दें कि बुलेट ट्रेन के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर रैयतों से जमीन के कागजात पूरे करने को कहा जा रहा है. इससे मुआवजा देने के समय देरी और परेशानी दोनों से ही बचा जा सकेगा.
ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बुलेट ट्रेन का निर्माण 2026 में शुरू होगा और 2030 तक इसके पूरा होने की उम्मीद है. बता दें कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच देश की पहली हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण हो रहा है. यह कॉरिडोर 508 किमी लंबा है. इसी कॉरिडोर में देश में पहली बार समुद्र के नीचे सुरंग भी बनाई जा रही है. बिलिमोरा और सूरत के बीच ट्रेन का ट्रायल 2026 तक किए जाने का लक्ष्य है.