दिल्ली 'दरबार' में लगेगी कांग्रेसी नेताओं की हाजिरी, भक्त चरण दास ने BJP-JDU को तोड़ने का भरा दंभ
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दिल्ली 'दरबार' में लगेगी कांग्रेसी नेताओं की हाजिरी, भक्त चरण दास ने BJP-JDU को तोड़ने का भरा दंभ

Bihar Politics: कांग्रेस के सीनियर नेताओं के साथ ही पार्टी विधायकों को भी दिल्ली बुलाया गया है. इन सभी नेताओं और विधायकों को आलाकमान के सामने हाजिरी लगानी होगी.

 

कांग्रेस में विधायकों के पाला बदलने के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है. (फाइल फोटो)

Patna: बिहार कांग्रेस में विधायकों के पाला बदलने के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया गया है. अब कांग्रेस विधायकों और नेताओं को आलाकमान के सामने हाजिरी लगानी होगी. दरअसल, LJP में टूट के बाद से ही कांग्रेस में भी बड़े घमासान की खबरें सामने आ रही थी. इसको लेकर सत्ता पक्ष की ओर से कई बार दावे भी किए गए लेकिन कांग्रेस ने सभी दावों को फर्जी बताया है. 

हालांकि, बयानबाजी के बीच अब कांग्रेस आलाकमान जागा है. अब कांग्रेस के सीनियर नेताओं के साथ ही पार्टी विधायकों को भी दिल्ली बुलाया गया है. इन सभी नेताओं और विधायकों को आलाकामना के सामने हाजिरी लगानी होगी. वहीं, बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्तचरण दास ने बताया कि संगठन को मजबूत करने के लिए नेताओं और विधायकों को दिल्ली बुलाया गया है. इस दौरान नई कमेटी बनाने को लेकर भी आलाकमान के साथ बैठक होगी.

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इसके साथ ही बिहार कांग्रेस प्रभारी ने विधायकों की टूट की खबर को गलत बताया. उन्होंने कहा कि 'पार्टी के नेता और सभी विधायक एकजुट हैं. कांग्रेस पार्टी में टूट की कोई गुंजाइश ही नहीं है.' इस दौरान प्रभारी भक्तचरण दास ने बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि 'कोई हमारी पार्टी को तोड़ नहीं सकता है, लेकिन हम चाहें तो JDU को तोड़ सकते हैं, यहां तक की BJP को भी तोड़ सकते हैं.' हालांकि, उन्होंने कहा कि 'हम जोड़तोड़ की राजनीति में भरोसा नहीं करते हैं.'

बता दें कि पिछले कई दिनों से बिहार की सियासत गरम है. एक तरफ सत्ता पक्ष के घटक दलों में बयानबाजी जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ LJP में बड़ी टूट हुई है. लोक जनशक्ति पार्टी में टूट के साथ ही कांग्रेस में भी बड़ी टूट की आशंका जताई जा रही है. कांग्रेस के कई विधायकों के पाला बदलने की खबरें बिहार की सियासी फिजाओं में तैर रही हैं. लेकिन इस कयासों में कितनी सच्चाई है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

(इनपुट- आशुतोष चंद्रा)

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