Bihar Politics: अमित शाह NDA में JDU की एंट्री पर बैन की बात कर रहे, इधर तो डील फाइनल होने का किया जा रहा दावा
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Bihar Politics: अमित शाह NDA में JDU की एंट्री पर बैन की बात कर रहे, इधर तो डील फाइनल होने का किया जा रहा दावा

अमित शाह ने कहा, 'नीतीश जातिवाद का जहर घोल रहे हैं और लालू जंगलराज वाले हैं. लालू के बेटे ने नीतीश को पलटू, गिरगिट, सांप कहा था, नीतीश उन्हीं लोगों के साथ चले गए हैं.'

बिहार में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (File Photo)

Bihar News: देश में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल गरम हो चुका है. पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सत्ता की हैट्रिक लगाने की कोशिश में है, तो वहीं विपक्ष में अभी भी किसी एक चेहरे पर सहमति नहीं बन पाई है. तीसरे मोर्चे की सुगबुगाहट भी सुनाई दे रही है, लेकिन इसमें भी कई नेता पीएम पद की दौड़ में हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भी उन्हीं नेताओं की लिस्ट में है. 

 

उधर में बिहार के एक स्थानीय पत्रकार ने अलग ही दावा किया है. उसका दावा है कि बिहार में एक बार फिर से गठबंधन की तस्वीर बदलने वाली है. उसका कहना है कि बिहार में जल्द ही बीजेपी की सरकार बनने वाली है. इसमें एक बार फिर से जदयू सहयोगी होगी. हालांकि, इस बार सीएम और डिप्टी सीएम दोनों बीजेपी के होंगे. उसके दावे के अनुसार, नीतीश कुमार को अब दिल्ली बुलाया जाएगा और वह मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनेंगे. 

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BJP नेताओं के संपर्क में नीतीश!

हाल-फिलहाल की घटनाएं कुछ स्थानीय पत्रकार के इस दावे को पुख्ता कर रही हैं. 26 मार्च को नीतीश कुमार खुद बीजेपी एमएलसी संजय मयूख के घर खरना का प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे थे. इसके अलावा रामनवमी पर उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के साथ पूजा में हिस्सा लिया था. 

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नीतीश के लिए दरवाजे बंद- शाह

हालांकि, बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कहा है कि नीतीश कुमार के लिए बीजेपी के दरवाजे बंद हो चुके हैं. शाह ने कहा था, 'नीतीश कुमार सत्ता के लिए लालू यादव के साथ चले गए. गजब का स्वार्थ है. लालू के बेटे को सीएम और नीतीश को पीएम बनना है. लालू से कहना चाहता हूं कि पीएम मोदी ही बनेंगे, वेकेंसी नहीं है, इसलिए लालू जी आपका बेटा सीएम नहीं बन पाएगा.'

राजनीति में कुछ भी स्थाई नहीं

बता दें कि राजनीति में चिर-स्थाई कुछ भी नहीं होता है. बिहार में यह बात बिल्कुल सही साबित होती है. नीतीश इससे पहले 2013 में भी बीजेपी से ब्रेकअप कर चुके हैं. 2015 में उन्होंने राजद के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, लेकिन 2019 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राजद का साथ छोड़कर वापस बीजेपी के साथ आ गए थे. 2020 में बीजेपी के साथ चुनाव जीतने और सरकार चलाने के कुछ दिनों बाद फिर से राजद के साथ चले गए थे.

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