Governor reached Bangra : बंगरा गांव वीरता और समर्पण का प्रतीक है, जहां के स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की आजादी में अपना योगदान दिया. उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति आभास और समर्थन की भावना व्यक्त की और उनके साहसी बलिदान को सराहा है.
Trending Photos
पटना : राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर हाल ही में बिहार के सीवान जिले के बंगरा गांव पहुंचे, जहां स्वतंत्रता सेनानियों ने उनका हार्दिक स्वागत किया. साथ ही पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सलामी अर्पित की. कार्यक्रम की सुरक्षा में कड़ी व्यवस्था की गई थी. दरअसल, बंगरा गांव शहीदों को समर्पित है. इस गांव को 'स्वतंत्रता सेनानियों का गांव' कहा जाता है, क्योंकि इस गांव के 27 वीर सपूतों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी.
इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और शहीद रघुवीर सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया. उन्होंने शहीद भवन और रघुवीर सिंह पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया. कार्यक्रम में महाराजगंज के बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विधायक व्यास सिंह और स्थानीय नेता शामिल थे. उन्होंने कहा कि बंगरा गांव वीरता और समर्पण का प्रतीक है, जहां के स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश की आजादी में अपना योगदान दिया. उन्होंने शहीदों के परिवारों के प्रति आभास और समर्थन की भावना व्यक्त की और उनके साहसी बलिदान को सराहा है.
कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों ने शहीदों की श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को याद किया. राज्यपाल ने भवन और पुस्तकालय का उद्घाटन करते समय उनके समर्थन और सहयोग के लिए सभी स्थानीय नेताओं और लोगों का आभार व्यक्त किया. महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम शहीदों के समर्पण और बलिदान की महत्वपूर्णता को साबित करता है. इस अवसर पर हम सभी को शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए और उनके बलिदान को समर्थन देना चाहिए. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी इस मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारों के साथ सहानुभूति व्यक्त की. उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान ने हमें स्वतंत्रता का एहसास कराया है और हमें उनकी कुर्बानी के प्रति कृतज्ञ रहना चाहिए.
इस कार्यक्रम में विधायक व्यास सिंह और अन्य स्थानीय नेताओं ने भी अपनी बातें साझा की और शहीदों की उपलब्धियों को समर्थन दिया. गांव के लोगों ने भी इस अद्भुत अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके साहसी बलिदान को सलामी दी. इस प्रमुख घटना में सभी ने एकजुट होकर शहीदों के समर्पण और बलिदान को सराहा और उनके परिवारों के साथ अपनी सहानुभूति व्यक्त की. यह कार्यक्रम शहीदों की महानता को याद रखने और उनके समर्पण की महत्वपूर्णता को साबित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम था.
ये भी पढ़िए- Bihar Politics: सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर कसा तंज, कहा- गठबंधन ही इन्हें संयोजक बनाने को तैयार नहीं