Industrial Cities: डीपीआईआईटी के सचिव राजेश कुमार सिंह का कहना है कि देशभर में घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश और गुजरात की तरह विभिन्न राज्यों में 12 औद्योगिक शहर स्थापित किए जाने है. इनमें से दो औद्योगिक शहर आंध्र प्रदेश और एक बिहार को भी विकसित किया जाएगा.
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पटना : बिहार राज्य ने देश में घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाना और आर्थिक विकास को गति देना है. इस दिशा में बिहार के कई शहर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिनमें पटना, मुजफ्फरपुर, गया और भागलपुर प्रमुख हैं. उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी ) के सचिव राजेश कुमार सिंह के अनुसार देश में घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश, गुजरात की तरह विभिन्न राज्यों में 12 नये औद्योगिक शहर स्थापित किए जाएंगे. साथ ही कहा कि इसी तरह दो औद्योगिक शहर आंध्र प्रदेश और एक बिहार में विकसित किये जा रहे हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि पटन मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है. यहां कई छोटे और मध्यम उद्योग स्थापित हो चुके हैं, जो विभिन्न प्रकार की वस्त्र, खाद्य पदार्थ और इलेक्ट्रॉनिक सामान का निर्माण कर रहे हैं. सरकार ने यहां उद्योग स्थापित करने के लिए अनुकूल नीतियां बनाई हैं, जिससे निवेशकों का रुझान बढ़ा है. साथ ही मुजफ्फरपुर लीची और शहद के लिए प्रसिद्ध है, अब मैन्युफैक्चरिंग का भी केंद्र बन रहा है. यहां खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की संख्या में वृद्धि हुई है. सरकार ने यहां खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की हैं, जिससे किसानों को भी लाभ मिल रहा है.
इसके अलावा बता दें कि गया धार्मिक पर्यटन का महत्वपूर्ण केंद्र है, अब मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों के लिए भी जाना जाने लगा है. यहां कपड़ा उद्योग तेजी से बढ़ रहा है. कई नए कपड़ा मिल्स खुल चुके हैं, जो स्थानीय लोगों को रोजगार प्रदान कर रहे हैं और राज्य की आर्थिक स्थिति को सुधार रहे हैं. साथ ही भागलपुर जिसे सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है. इसने भी मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है. यहां का सिल्क उद्योग पूरे देश में प्रसिद्ध है. सरकार ने यहां के सिल्क उद्योग को और बढ़ावा देने के लिए विशेष योजनाएं शुरू की हैं, जिससे यहां के सिल्क उत्पादकों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बनाने में मदद मिल रही है.
बिहार सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जैसे कि उद्योगों के लिए सस्ती दरों पर भूमि उपलब्ध कराना, बिजली और पानी की सुविधा प्रदान करना और उद्योगों के लिए विभिन्न प्रकार के टैक्स में छूट देना. इसके साथ ही स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे नए उद्योगों में रोजगार प्राप्त कर सकें. साथ ही इस प्रकार बिहार ने मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और यह राज्य न केवल अपने आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. सरकार की नीतियों और स्थानीय लोगों की मेहनत से बिहार का भविष्य उज्ज्वल नजर आ रहा है.
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