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पटना/ दिल्ली : भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक बुधवार से शुरू हुई थी. जिसमें ब्याज दरों का विश्लेषण और आर्थिक समीक्षा होनी थी. दुनिया भर के रिजर्व बैंक महंगाई पर काबू पाने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी कर रहे हैं. जिससे दुनिया भर में मंहगाई पर काबू किया जा सके.
0.50 फीसदी बेसिस पॉइंट बढ़ा रेपो रेट
RBI ने मंहगाई पर काबू पाने के लिए लगातार चौथी बार रेपो दर में 0.50 फीसदी बेसिस पॉइंट इजाफा करने का ऐलान किया है. रिजर्व बैंक गर्वनर शक्तिकांत दास ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कोरोनो महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद एक और तूफान वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक मौद्रिक नीतियों से पैदा हुआ है. इसके चलते कमेठी के 6 सदस्यों में से 5 लोग ब्याज दरों के बढ़ाने ने पक्ष में थे. रेपो रेट 5.40 फीसदी से बढ़कर 5.90 फीसदी हो गया है. ब्याज दरों के बढ़ने से अब आप की EMI महंगी हो जाएगी और नया लोन लेना भी महंगा हो जायेगा.
मंहगा होगा कर्ज लेना
रिजर्व बैंक गर्वनर शक्तिकांत दास के ब्याज दरों में बढ़त के ऐलान के बाद अब आप के लिए लोन लेना और महंगा हो जायेगा. होम लोन 10 लाख रुपये 20 साल के लिए अभी ब्याज दर 7.5% थी. जिसकी क़िस्त 8056 रुपये महीना होती थी. अब ब्याज दरों में संसोधन के बाद ब्याज दर 8% जिसकी किस्त 8364 रुपये हो जाएगी.
रेपो रेट क्या होता है ?
REPO रेट को अगर आसान भाषा में सझना हो तो यह वो ब्याज दर होती है जिस पर RBI बैंकों को लोन देता है. अगर RBI रेपो रेट बढ़ाता है इसका मतलब बैंकों को RBI से महंगे रेट पर लोन मिलता है. ऐसे में बैंक इसको अपने ग्राहकों को पास ऑन कर देते हैं. इसका मतलब होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन महंगा हो जाता है.
US ने पिछले दिनों में बढ़ाई थी ब्याज दरें
अमेरिका फेडरल रिज़र्व ने पिछले दिनों अपनी ब्याज दरों में बदलाब करते हुए 0.75 बेसिस पॉइंट ब्याज दरें बढ़ाई थी. दुनिया में तेजी से बदलते माहौल को देखते हुए और बढ़ती मंहगाई को देखते हुए ब्याज दरों में बढ़त ही सभी सेंट्रल बैंकों को एक मात्र उपाय दिख रहा है.
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