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Chhath Puja 2023: बिहार में एक तरफ जहां लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारियां जोरों पर है. वहीं दूसरी तरफ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के एक फरमान ने नवनियुक्त शिक्षकों के साथ सभी सरकारी शिक्षकों को चिंता में डाल दिया है. छठ का महापर्व 17 नवंबर से 20 नवंबर तक मनाया जाएगा. ऐसे में आदेश की मानें तो सरकारी स्कूलों के प्राधानाध्यापक के साथ ही सभी शिक्षकों की छुट्टी रद्द कर दी गई है.
हालांकि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के इस आदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले छात्रों को जरूर राहत मिली है. हालांकि अब बिहार में छठ पूजा पर सरकारी शिक्षकों की छुट्टी रद्द किए जाने का जमकर विरोध होना शुरू हो गया है.
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शिक्षक संघ सरकार के इस फैसले से नाराज है. शिक्षक संघ की मानें तो कई साल बाद बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति हुई ऐसे में नवनियुक्त शिक्षकों ने अपनी सफलता के बाद छठ करने का निर्णय लिया था ऐसे में सरकार के इस फैसले के बाद उन्हें कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. ऐसे में संघ मांग कर रहा है कि पर्व के दौरान सभी तरह की ट्रेनिंग बंद कर दी जाए और इस महापर्व पर शिक्षकों को छुट्टी का आदेश जारी किया जाए.
दरअसल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की तरफ से जिला शिक्षा पदाधिकारियों को जो आदेश जारी किया गया है उसकी मानें तो 13 नवंबर से 21 नवंबर तक विद्यालय में नव नियुक्त शिक्षकों के योगदान के लिए समय निर्धारित किया गया है. ऐसे में नवनियुक्त शिक्षकों को अपने स्कूल में योगदान करने और स्कूलों के प्रधानाध्यापक को इस दौरान स्कूल में योगदान कर रहे शिक्षकों की पूरी व्यवस्था करने के लिए निर्देशित किया गया है. ऐसे में स्कूल में शिक्षकों की भी छुट्टियां रद्द की गई हैं.
शिक्षा विभाग की तरफ से इससे पहले भी स्कूलों के कैलेंडर में दर्ज सितंबर से दिसंबर तक की सरकारी छुट्टियों में कटौती कर इसे 23 से 11 कर दिया गया था. शिक्षा विभाग की तरफ से छठ के सभी दिन नवनियुक्त शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया है.