NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में आज छात्र करेंगे शिक्षा मंत्री का पुतला दहन, EOU की रडार पर 9 अभ्यर्थी
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NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में आज छात्र करेंगे शिक्षा मंत्री का पुतला दहन, EOU की रडार पर 9 अभ्यर्थी

NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में आज छात्र केंद्र सरकार के विरोध में पटना के दिनकर चौक पर पुतला दहन करेंगे. करीब 11 बजे छात्र भारी संख्या में NTA और शिक्षा मंत्री का पुतला जलाएंगे. 

नीट पेपर लीक मामले में आज छात्र करेंगे शिक्षा मंत्री का पुतला दहन

पटनाः NEET Paper Leak: देशभर में नीट एग्जाम को लेकर बवाल जारी है. वहीं EOU ने पेपर लीक मामले में 9 परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा है. EOU ने सभी परीक्षार्थियों को पेरेंट्स के साथ पूछताछ के लिए ईओयू ऑफिस बुलाया है. EOU की रडार पर आए सभी 9 अभ्यर्थी अलग-अलग जिलों के हैं. NEET पेपर लीक में अभी तक पुलिस ने 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में चार आरोपी परीक्षार्थी हैं. वहीं नीट पेपर लीक मामले में आज छात्र केंद्र सरकार के विरोध में पटना के दिनकर चौक पर पुतला दहन करेंगे. करीब 11 बजे छात्र भारी संख्या में NTA और शिक्षा मंत्री का पुतला जलाएंगे. 

परीक्षा के दौरान सभी प्रश्न हू-ब-हू 
वहीं बीते दिन पटना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी आयुष ने पुलिस के सामने कबूल किया कि परीक्षा के दौरान सभी प्रश्न हू-ब-हू मिले थे. आरोपी ने बताया कि उसके साथ 20-25 अन्य परीक्षार्थी भी मौजूद थे, जिन्हें प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया था और रटाया गया था. इससे पहले बिहार पुलिस को जले हुए प्रश्न पत्र भी मिले थे. 

जले हुए प्रश्नपत्र मिलने को लेकर बिहार पुलिस का कहना है कि जो पेपर बिहार पुलिस ने बरामद किए हैं. अभी तक ये ही साफ नहीं हो पाया है कि क्या वो लीक पेपर था या नहीं, क्योंकि इसको लेकर NTA ने कोई जवाब नहीं दिया है. जांच में सामने आया था कि पेपर बिहार में मध्य प्रदेश और गुजरात से आया था. पुलिस ने बताया कि पेपर लीक मामले में सबसे पहले सिकंदर नाम के शख्स को पकड़ा था उसके बारे में उनको इनपुट मिला था. सिकंदर से पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों तक पहुंचने का रास्ता क्लियर हुआ. 

छात्रों का कहना है कि NEET परीक्षा में शुरू से ही गड़बड़ी है. सुप्रीम कोर्ट ने भी परीक्षा को नहीं रोका. री-एग्जाम के फैसले के बाद छात्रों का गुस्सा और भी ज्यादा फूट रहा है. उनका कहना है कि एनटीए ने अपनी गलती छुपाने के लिए यह किया, इससे 23 लाख छात्रों का इंसाफ नहीं मिला है. छात्र सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश का स्वागत तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इस बात की नाराजगी है कि अभी भी NTA ने धांधली के आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया है.
इनपुट- प्रशांत झा

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