BPSC TRE 3.0: बिहार लोक सेवा आयोग की अपनाई गई तकनीक अगर सफल साबित होती है तो यह निश्चित रूप से निष्पक्ष परीक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है.
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BPSC TRE 3.0: तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती को नकलमुक्त और पेपर लीक से बचने के लिए बिहार लोक सेवा आयोग नया तरीका अपनाने जा रहा है. अगर यह तकनीक सफल रही तो दूसरी अन्य परीक्षाओं में भी इसका उपयोग किया जाएगा. इससे पहले पेपर लीक होने के चलते बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 को स्थगित कर दिया था.
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अब शिक्षक भर्ती परीक्षा 3.0 फिर से आयोजित की जा रही है. ऐसे में बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार पहली बार मीडिया के सामने आए और उन्होंने बताया कि इस बार की परीक्षा में कुछ खास तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे पेपर लीक करने की मंशा रखने वालों को निराशा हाथ लगेगी और वे परेशान हो जाएंगे.
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इस तकनीक की खास बात यह है कि पेपर लीक होते ही आयोग को इस बारे में जानकारी मिल जाएगी और तुरंत पेपर लीक करने वालों को चिह्नित कर लिया जाएगा. नई तकनीक की खास बात यह भी है कि पेपर लीक अगर हुआ भी तो उसका फैलाव उसी जिले तक होगा. दूसरे जिलों में हो रही परीक्षा पर इसका असर नहीं पड़ेगा.
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मान लीजिए अगर नवादा में पेपर लीक होता है तो पूरे राज्य के परीक्षा केंद्रों पर चल रही परीक्षा कैंसिल नहीं की जाएगी. जो प्रश्नपत्र सेट किए गए हैं, वे जिले के हिसाब से सेट किए गए हैं. मतलब यह कि पटना जिले में जो प्रश्नपत्र बंटेंगे, वो वैशाली जिले के प्रश्नपत्र से बिल्कुल अलग होंगे और इस तरह पटना का पेपर अगर लीक होता भी है तो वह केवल उसी जिले तक सीमित होकर रह जाएगा और अन्य जिलों में इसका फैलाव नहीं हो पाएगा.
बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित की जा रही शिक्षक भर्ती परीक्षा 19 से 22 जुलाई तक आयोजित की जाएगी. परीक्षा के लिए आयोग ने 9 जुलाई को प्रवेश पत्र जारी कर दिया था.