पटना : chhath puja: देश भर में दीवाली के बाद अब छठ की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. पटना शहर में जिला प्रशासन की टीम ने आज शहर के सभी छठ घाटों की बैरिकेडिंग का काम शुरू हो गया है. सभी घाटों पर सुंदरीकरण का कार्य कर प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है. जैसे-जैसे गंगा नदी का जल-स्तर कम हो रहा है, ठीक वैसे ही घाट की सीढ़ियों से भी पानी हट रहा है. बता दें कि कल तक जिला प्रशासन की ओर से खतरनाक घाटों की अंतिम सूची जारी की जाएगी. इन घाटों पर आम लोगों का जाना प्रतिबंधित होगा.


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घाटों से घट रहा पानी का स्तर
बता दें कि दिवाली के दिन सोमवार को जिला प्रशासन की टीम ने अन्य अधिकारियों के साथ छठ घाटों का निरीक्षण भी किया. साथ ही पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि गंगा नदी में पानी तेजी से घट रहा है. पिछले छह दिनों में पटना में गंगा नदी के जल स्तर में लगभग 1.20 मीटर की कमी आई है. रविवार को सुबह छह बजे गंगा नदी का जल स्तर 47.62 मीटर था. इसी के साथ ही प्रतिदिन लगभग 8 इंच अर्थात 24 घंटे में लगभग 20 सेंटीमीटर पानी कम हो रहा है. आने वाले दिनों में जल स्तर में एक से सवा मीटर और कमी आने की संभावना है.


घाटों पर प्रशासन हर सुविधा करेगा मुहैया
बता दें कि सभी घाटों पर पर सुंदरीकरण का कार्य तेजी से चल रहा है. छठ से पहले सभी घाट तैयार हो जाएंगे. पेसू ने छठ पर गंगा घाटों पर निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए तैयारी तेज कर दी है. घाट तक रास्ते में पड़ने वाले ट्रांसफार्मर के मेंटेनेंस का काम चल रहा है. 30 अक्तूबर को दोपहर दो बजे से लेकर अगले दिन सुबह के अर्घ के साथ छठ की समाप्ति तक सभी 105 छठ घाटों पर बिजलीकर्मियों की टीमें तैनात रहेंगी. इनमें असिस्टेंट इंजीनियर व जेइ के साथ लाइनमैन भी शामिल रहेंगे. ये घाट पर बिजली कनेक्शन से संबंधित समस्या आने पर उसे तुरंत दूर करेंगे. बिजली आपूर्ति को जल्द बहाल करेंगे. साथ ही नौ कंट्रोल रूम बनेंगे. इनमें एक पेसू मुख्यालय में, जबकि अन्य अलग-अलग डिविजनों में होंगे.


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