Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी तक बिहार में सुशासन स्थापित करने और राज्य को जंगलराज के अनचाहे तमगे से मुक्ति दिलाने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अब उन्होंने ऐसा कदम बढ़ाया है, जिससे बिहारियों के लिए रोजगार और नौकरी के लिए और साधन पैदा हो सकते हैं.
संजय झा के बारे में कहा जाता है कि जेएनयू में अध्ययन काल के दौरान से ही वे बिहारी डायसपोरा के बिहार में निवेश करने को लेकर एक विजन डॉक्यूमेंट पर काम कर चुके हैं. कोरोना काल के समय भी संजय झा बिहारी डायरपोरा के संपर्क में थे और प्रवासी भारतीयों की खोज—खबर लेते रहे थे. बताया जा रहा है कि संजय झा की सलाह पर ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लंदन दौरे में बिहारी डायसपोरा से मिलने का कार्यक्रम बनाया.
लंदन दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को स्कॉटलैंड के ग्लॉसगो साइंस सेंटर का भ्रमण किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की परिकल्पना के अनुरूप पटना में निर्माणाधीन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सेंटर को विश्वस्तरीय स्वरूप देने के उद्देश्य से यह दौरा किया गया है. मुख्यमंत्री के साथ गए राज्य सरकार के पदाधिकारियों ने साइंस सेंटर की एक-एक चीजों का गहराई से अध्ययन किया.
ग्लॉसगो स्कॉटलैंड का सबसे बड़ा शहर है. यहां के पैसिफिक क्षेत्र में ग्लॉसगो साइंस सेंटर स्थित है. यहां तीन प्रमुख इमारतों में विज्ञान केंद्र का निर्माण किया गया है. ग्लासगो साइंस सेंटर आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद है, जो स्कॉटलैंड के ग्लासगो में क्लाइड नदी के दक्षिणी तट पर क्लाइड वाटरफ्रंट रीजेनरेशन क्षेत्र में स्थित है. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने 5 जुलाई, 2001 को ग्लासगो साइंस सेंटर लोगों के लिए खोला था.
यूके सेवा दल के जत्थेदार बाबा मोहिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लंदन में मुलाकात कर यूके सेवा दल की ओर से उन्हें सम्मानित किया. बाबा मोहिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार में सिखों को बढ़ाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अहम भूमिका है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 350वाँ प्रकाश पर्व का भव्य आयोजन कराकर पूरी दुनिया के सिखों का दिल जीत लिया. उन्होंने कहा कि राजगीर में भव्य गुरुद्वारा का निर्माण भी मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही संभव हो सका है. इस अवसर पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राज्यसभा सदस्य संजय कुमार झा, उपस्थित थे.
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