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Patna: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Election Strategist Prashant Kishor) इस समय जन सुराज पदयात्रा पर निकले हुए हैं. इस दौरान उन्होंने पश्चिम चंपारण के जमुनिया गांव में जदयू नेता ललन सिंह के बयान पर जोरदार पलटवार किया है.
ललन सिंह पर बोला हमला
ललन सिंह पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि किसी से आजतक पैसा नहीं लिए हैं, अब ले रहे हैं. बिहार में बदलाव के लिए उनसे फीस ले रहे हैं, जिनके लिए अब तक काम किया है, ताकि ये टेंट लगाया जा सके. मेहनत से, अपनी बुद्धि से 10 साल काम किए हैं, दलाली नहीं किए हैं.
उन्होंने ललन सिंह पर हमला बोलते हुए आगे कहा,'"2014 में चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर कहा कि हमारी मदद कीजिए. 2015 में हमलोगों ने उनको जिताने में कंधा लगाया, अभी 10-15 दिन पहले बुलाकर बोले कि हमारे साथ काम कीजिए, हमने कहा कि ये अब नहीं हो सकता है. एक बार जो लोगों को वादा कर दिया है कि 3500 किमी चलकर गांव-गांव में जाकर लोगों को जगाना है, वही करेंगे. एक बार जनबल खड़ा हो गया, कोई टिकने वाला नहीं है, लिखकर रख लीजिए.
ललन सिंह ने लगाए थे ये आरोप
जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा, हमें प्रशांत किशोर से किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है. वह सिर्फ आंकड़ों का खेल खेलते हैं. वह अपनी यात्रा (जन सुराज यात्रा) के माध्यम से भगवा पार्टी के लिए काम कर रहे भाजपा एजेंट हैं.बिहार में पदयात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं है. राज्य में हर कोई घूमने के लिए स्वतंत्र है. लेकिन पिछले 30 से 35 वर्षों में विकास को समझने और टिप्पणी करने के लिए उन्होंने राज्य में कितना समय बिताया है. हम उनसे प्रमाण पत्र नहीं चाहिए. बिहार के लोग राज्य के विकास से अवगत हैं.
उन्होंने कहा, प्रशांत किशोर उस जगह के नियंत्रण में हैं जहां से अखबार के पहले पन्नों में उनके विज्ञापन के लिए पैसा उत्पन्न होता है. मुझे पता चला है कि विज्ञापनों के लिए भुगतान नकद में किया गया था. मैं केंद्र से पूछना चाहता हूं कि सीबीआई और ईडी केवल लालू यादव, तेजस्वी यादव और विपक्षी दलों के नेताओं के लिए है. प्रशांत किशोर कहीं भी घूम सकते हैं, बिहार में किसी को चिंता नहीं है. रविवार को प्रशांत किशोर ने बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले से 3000 किलोमीटर लंबी जन सुराज यात्रा शुरू की.