Sawan Friday Remedies: शुक्रवार को ऐसे करेंगे शिवलिंग पूजन तो मां लक्ष्मी भी होंगी प्रसन्न, भरेंगी तिजोरी
Sawan Friday Remedies: सावन का महीना शक्ति और शिव साधना के लिए सबसे महत्वपूर्ण और सर्वोत्तम माना गया है. शक्ति के कई रूपों में जगत माता महालक्ष्मी का सबसे ऊंचा स्थान है.
Sawan Friday Remedies: सावन माह अपने आप में तो खास है ही, इसके अन्य दिन भी कम महत्वपूर्ण नहीं हैं. इन दिनों जब भगवान विष्णु शयन कर रहे होते हैं और मां लक्ष्मी विष्णु लोक में अकेली हो जाती हैं तब सृष्टि के पालन का भार खुद महादेव स्वीकार करते हैं. इसलिए सावन के महीने में शुक्रवार का दिन भी लोगों के विशेष बन जाता है. क्योंकि वैसे तो शुक्रवार लक्ष्मी जी का दिन है, लेकिन महादेव जब सृष्टि का भार संभालते हैं तो लक्ष्मी जी उनकी पूजा करने वाले पर भी प्रसन्न होती हैं.
शक्ति और शिव साधना का महीना है सावन
सावन का महीना शक्ति और शिव साधना के लिए सबसे महत्वपूर्ण और सर्वोत्तम माना गया है. शक्ति के कई रूपों में जगत माता महालक्ष्मी का सबसे ऊंचा स्थान है. लक्ष्मी के आठ स्वरूपों में से धन लक्ष्मी का स्थान हर व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है. सावन के शुक्रवार को इन सरल उपायों से आपके संचित धन में वृद्धि होगी. धर्म में लक्ष्मी पूजन के साथ ही कई प्रकार के यन्त्रों व मंत्रों की साधना प्राचीनकाल से होती रही है. सावन के महीने में जानिए शुक्रवार को क्या करें उपाय
ये है शुक्रवार का आसान उपाय
सबसे पहला और आसान नियम है कि सावन के शुक्रवार के दिन आप वैसे ही व्रत रखें जैसे कि सोमवार के दिन रहते हैं. ऐसा करने से व्रत का भाग देवी लक्ष्मी आपके देती हैं. इस दिन महादेव की पूजा करते हुए शिवलिंग पर मिश्रीयुक्त जल से अभिषेक करें. ऐसा करने से दांपत्य में मधुरता आती है और घर में बसे नकारात्मक भाव दूर हो जाते हैं. इस दिन प्रसाद के रूप में जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, जनेऊ, चंदन, बिल्वगिरि, कमलगट्टा, धूप, दीप और दक्षिणा के साथ लक्ष्मी जी का पूजन किया जाता है. सदगृहस्थ नौकरी पेशा या व्यापारी को सावन के शुक्रवार का व्रत करना चाहिए. ऐसा करने से धन धान्य और लक्ष्मी की वृद्धि होती है.
ऐसे करें शुक्रवार को शिव पूजा
शुक्रवार के दिन शाम के समय सफेद कपड़े पहनें, किसी शिवालय में जाकर अथवा घर में रखे पारद शिवलिंग का पूजन करें. शुद्ध घी का दीपक जलाएं, गुलाबी फूल अर्पित करें. शिवलिंग पर सफ़ेद चंदन अर्पित करें. इत्र अर्पित करें. शक्करपारे चढ़ाएं. इसके बाद सफ़ेद चंदन या फिर कमलगट्टे की माला से उत्तर दिशा की ओर मुख करके 108 बार इस मंत्र का जाप करें.
त्र: ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात्. , इस सरल उपाय से आपको जरूर ही धन लाभ होगा. साथ ही अगर धन रुकना शुरू होगा. इस साधना से घर-परिवार में सुख-समृद्धि रहती है.
धर्म शास्त्रों के अनुसार सावन के शुक्रवार विशेष फलदाई होती है. क्योंकि यह तिथि माता पार्वती को समर्पित है. इस दिन भगवान शंकर तथा माता पार्वती के मंदिर में जाकर उन्हें भोग लगाने तथा विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से सभी सुखों की प्राप्ति होती है. 7 दिन तक लाल वस्त्र दान करने से भगवान शिव व पार्वती प्रसन्न होते हैं.
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