तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि 'हम लोगों की कोशिश बिहार के जनता की समस्या का निदान करना है, लेकिन, बीजेपी के लोग सत्र को चलने नहीं देकर समस्या खड़ी कर रहे हैं.'
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पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी सदन में जमकर हंगामा हुआ. जहरीली शराब से बिहार में हो रही मौत को लेकर बीजेपी नीतीश सरकार पर तीखे हमले कर रही है. जहां एक ओर बीजेपी नेता सुशाल मोदी नीतीश कुमार को गुजरात सरकार से सीखने की नसीहत दी वहीं, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा.
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि 'हम लोगों की कोशिश बिहार के जनता की समस्या का निदान करना है, लेकिन, बीजेपी के लोग सत्र को चलने नहीं देकर समस्या खड़ी कर रहे हैं. सरकार में हम उपमुख्यमंत्री हैं तो मेरा काम है जवाब देना. बीजेपी के लोग भूल गए कि आज जो वह आवाज उठा रहे हैं 4 महीना पहले जब वह सत्ता में थे तब चुप्पी क्यों साधे थे. जब सत्र चल रहा हो सदन के बीच में नेता प्रतिपक्ष आकर जिस तरह से ड्रामा कर रहे हैं यह कहां तक उचित है?'
शराबबंदी पर बिहार में हो रही राजनीतिक हंगामें को लेकर तेजस्वी ने कहा कि 'जुलाई को संसद में जब शराब को लेकर हो रही मौत पर सवाल उठाया गया था तब गृह राज्य मंत्री ने जवाब दिया था. नित्यानंद राय द्वारा दिए गए जवाब में 2016 से 4 वर्षों का आंकड़ा पेश किया गया जिसमें बीजेपी शासित राज्यों में सबसे ज्यादा जहरीली शराब से मौत हुई. इसमें पहले नंबर पर मध्यप्रदेश, दूसरे नंबर पर कर्नाटक और तीसरे नंबर पर पंजाब, चौथे नंबर पर हरियाणा. क्या तब बीजेपी के मुख्यमंत्रियों से इन लोगों ने इस्तीफा मांगा था.'
तेजस्वी ने शराबबंदी को लेकर बीजेपी से सीधा सवाल किया और कहा कि सबसे ज्यादा बीजेपी शासित राज्यों में ही शराब से मौत हुई है. लेकिन हम लोगों के सवाल का जवाब बीजेपी के पास नहीं है. अब इन लोगों को जहां जाना हो..माहौल खराब करना हो जाएं.
बता दें कि, बिहार के सारण में जहरीली शराब पीने से 39 लोगों की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में मृतको के परिजनों का हना है कि उनके परजनों की मौत शराब पीने से हुई. वहीं, लोगों की मानें तो मरने वालों का आंकड़ा 50 है जबकि सरकार की तरफ से यह मरने वालों की संख्या 39 बताई जा रही है.
(इनपुट: रजनीश)