पीएम देश को विनाशलीला से बचाने में सफल रहे, कोरोना चुनौती को अवसर में बदला- मंगल पांडेय
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पीएम देश को विनाशलीला से बचाने में सफल रहे, कोरोना चुनौती को अवसर में बदला- मंगल पांडेय

बिहार में एक नई धारा की शुरुआत होगी. हमारा संकल्प है कि बिहार को विकसित बिहार बना दक्षिण के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना. मंगल पांडेय ने वर्चुअल रैली में कैमूर के चैनपुर विधानसभा की जनता को संबोधित करते हुए कही.

पीएम देश को विनाशलीला से बचाने में सफल रहे, कोरोना चुनौती को अवसर में बदला- मंगल पांडेय. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि देश के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. भारत की सरकार संवेदनशील सरकार है. इस कोरोना काल में देश और राज्य की जनता के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने कई अहम निर्णय लिए, ताकि लोगों की जान भी बची रहे और जहान भी बचा रहे. 

सरकार कोरोना चुनौती को स्वीकार कर अवसर में बदलेगी
मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार लगातार लोगों के स्वास्थ्य, रोजगार और सम्मान की चिंता कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकार कोरोना जैसी चुनौती को स्वीकार कर अवसर में बदलेगी. केंद्र और राज्य की सरकार संकट से लड़ते हुए आगे बढ़ेगा और कोरोना को पराजित कर भारत आर्थिक महाशक्ति के रूप में उभरेगा. 

बिहार में एक नई धारा की शुरुआत होगी. हमारा संकल्प है कि बिहार को विकसित बिहार बना दक्षिण के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना. मंगल पांडेय ने वर्चुअल रैली में कैमूर के चैनपुर विधानसभा की जनता को संबोधित करते हुए कही.

पीएम देश को विनाशलीला से बचाने में सफल रहे
मंगल पांडेय ने कहा कि इस कोरोना काल में पीएम नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रहित में बड़े निर्णय को लागू करने की इच्छाशक्ति दिखायी. यही कारण है कि प्रधानमंत्री देश को विनाशलीला से बचाने में सफल रहे. आज अन्य देशों की तुलना में भारत और अन्य राज्यों की तुलना में कोरोना की स्थिति बिहार में संतोषजनक है. 

उन्होंने कहा कि पीएम, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व ने कोरोना से जमकर मुकाबला किया है. इसका परिणाम है कि भारत और बिहार में संक्रमित मरीज और मृत्यु दर काफी कम है. 

राज्य में 73 फीसदी है कोरोना रिकवरी रेट
साथ ही स्वस्थ होने वाले मरीज 73 फीसदी हैं. लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था कमजोर पड़ गई थी. राजस्व की उगाही में कमी आ गई थी, लेकिन राहत में कोई कमी नहीं आई. आगे बढ़कर केंद्र और राज्य सरकार ने लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया. किसान सम्मान निधि योजना हो या फिर केंद्रीय पेंशन या फिर अन्य योजनाएं प्रभावित लोगों के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने हर स्तर पर सहायता किया. 

रेल मंत्रालय ने चलाई 15 सौ से अधिक ट्रेनें
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रवासियों को घर तक पहुंचाने के लिए जहां रेल मंत्रालय ने 15 सौ से अधिक ट्रेनें चलाईं, वहीं राज्य के अंदर भी 300 ट्रेनें चलाईं गईं, ताकि लोग अपने घरों को सुरक्षित पहुंच सकें. गांव के गरीबों को गांव में ही काम मिले, इसके लिए पीएम ने दो दिन पहले गरीब कल्याण रोजगार अभियान की शुरुआत की, ताकि कोई मजबूरीवश कमाने बाहर नहीं जाए. 

गरीब मजदूरों को मिल रहा है रोजगार और राहत
इसके अलावे भी राज्य सरकार की ओर से सात निश्चय योजना, गली-नली योजना, जल-जीवन-हरियाली समेत सामाजिक सुरक्षा एवं अन्य योजनाओं के जरिए गरीब मजदूरों को रोजगार और राहत मिल पा रहा है. इसके अलावा राज्य सरकार प्रवासियों की दक्षता सर्वे करा रही है, ताकि उन्हें रोजगार से जोड़ा जा सके.

एनडीए सेवा को संकल्प जनता के प्रति समर्पित
मंगल पांडेय ने कहा कि कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं, लेकिन एनडीए सेवा को संकल्प मान जनता के प्रति समर्पित है. संकट और आपदा की घड़ी में बिहार से बाहर रहने वाले ऐसे नेता दूर से बैठकर बयानवीर की तरह बयानबाजी करते हैं. बिहार की जनता ने उनके परिवार को भी 15 वर्षों तक सेवा करने का मौका दिया, लेकिन उनके परिवार ने क्या किया यह किसी से छीपी नहीं है. 

बिहार की तस्वीर बदली है
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी ने सुशासन स्थापित करने का काम किया. एनडीए ने संघर्ष करके बिहार की तस्वीर, भाग्य और परिस्थितियां बदलने का काम किया. विपक्ष कहता है बिजली नहीं रहती, लेकिन उनके शासन में बमुश्किल दो घंटे बिजली भी लोगों को नसीब नहीं होती थी. 

अपहरण के कुटीर उद्योग का था बोलबाला
आज एनडीए के शासन में 22 घंटे बिजली ही नहीं बल्कि सुशासन का राज है. उनके शासन में अपहरण कुटीर उद्योग की तरह चलता था. अपराध का बोलबाला था. लोगों को भय के वातावरण में जीना पड़ता था. उनकी पार्टी के भोजपुर के एक विधायक आज भी घिनौने मामले में फरार हैं, देखना है कि उनके नेता उसे कब कानून की नजरों में हाजिर करवाते हैं.