बिहारः बाढ़ में शराब माफियाओं से पुलिस की मुठभेड़, चार गिरफ्तार
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बिहारः बाढ़ में शराब माफियाओं से पुलिस की मुठभेड़, चार गिरफ्तार

बाढ़ में शराब माफियाओं और सुरक्षबलों के बीच मुठभेड़ हुई.

बाढ़ में शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया गया है.

बाढ़ः बिहार में शराबबंदी और लोकसभा चुनाव में कड़ी सुरक्षा के बाद भी शराब तस्कर के हौसले बुलंद हैं. शराब माफिया पुलिस को चकमा देकर अपने काम को अंजाम देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. ताजा मामला बिहार के बाढ़ से जुड़ा है. जहां शराब माफिया शराब की बड़ी खेप झारखंड और पश्चिम बंगाल के रास्ते बाढ़ लाते हैं.

दरअसल, शराब माफिया बाढ़ के शहरी हॉल्ट के पास अक्सर ट्रेन का चैन खींचकर ट्रेन को रोक देते हैं. और बड़े ही आसानी से शराब को अपने गंतव्य स्थान तक ले जाने में कामयाब हो जाते हैं. शराब माफिया का हौसला इतना बुलंद है कि रेल में तैनात आरपीएफ के जवान या फिर रेल पुलिस यदि शराब माफिया को चैन खींचने से रोकने का प्रयास करते हैं तो उन पर पत्थरबाजी और यहां तक कि गोलीबारी भी करना शुरू कर देते हैं.

शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे शराब माफिया ने कोलकाता राजेंद्र नगर एक्सप्रेस ट्रेन का चैन खींचकर सिकंदरपुर गांव के पास शराब की बड़ी खेप उतारी. जिसके बाद शराब को गंतव्य स्थान तक ले जाने लगे. लेकिन उसी वक्त बाढ़ पुलिस ने सूचना पाकर मौके वारदात पर पहुंचा. लेकिन पुलिस को आते देख आधा दर्जन से अधिक हथियारबंद शराब तस्करों ने पुलिस पर ही फायरिंग शुरू कर दी.

पुलिस को अपनी जान सलामती के लिए पहले तो पीछे भागना पड़ा उसके बाद स्थानीय पुलिस और रेल पुलिस को सूचना देकर शराब माफिया की घेराबंदी की गई. गोरखा बटालियन के जवानों ने इस अभियान में अहम भूमिका निभाई. जिसमें शराब माफिया भारी मात्रा में शराब की खेप के साथ चार की संख्या में गिरफ्तार होने में सफलता पाई.

इसके बाद स्थानीय पुलिस और रेल पुलिस ने लहरिया पोखर गांव में शराब माफिया के खिलाफ सर्च अभियान चलाया और कई घरों की तलाशी भी ली, जिसके दौरान कुछ और संदिग्ध लोग पकड़े गए पुलिस करीब 2 घंटे तक अपराधियों के हथियार मक्का के खेत में फेंके जाने को लेकर सर्च अभियान चलाया.