लालू यादव की जमानत याचिका पर बिहार में सियासत, सत्तापक्ष-विपक्ष आमने सामने
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar500821

लालू यादव की जमानत याचिका पर बिहार में सियासत, सत्तापक्ष-विपक्ष आमने सामने

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने अपनी बढ़ती उम्र, गंभीर बीमारियों और आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विशेष याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया है.

लालू यादव ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की है. (फाइल फोटो)

पटनाः चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता और बिहार के पूर्व मुख्‍यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अब सुप्रीम कोर्ट से जमानत देने की गुहार लगाई है. आरजेडी सुप्रीमो ने अपनी बढ़ती उम्र, गंभीर बीमारियों और आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर विशेष याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया है.

आरजेडी द्वारा लालू यादव की इस याचिका को सही बताया है. पार्टी के विधायक नवाज आलम का कहना है की लालू यादव का हक बनता है कि उन्हें जमानत दिया जाए. उन्होने कहा कि एक तरफ इसी मामले में बीमारी का हवाला देकर जगन्नाथ मिश्रा बाहर हैं, तो वहीं लालू यादव को कई गंभीर बीमारियां हैं और उम्र की सीमा भी है. उन तमाम चीजों को देखते हुए जगन्नाथ मिश्रा को बेल दिया जा सकता है तो लालू यादव को जमानत क्यों नहीं मिल सकती है. 

अब लालू यादव की जमानत याचिका पर बिहार में राजनीति भी शुरू हो गई है. जेडीयू ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू के विधायक वशिष्ट सिंह ने कहा कि यह संवैधानिक प्रक्रिया है सुप्रीम कोर्ट को जो फैसला करना होगा वह उचित फैसला करेगी. न्यायालय का फैसला जो भी आएगा वह मान्य है लेकिन यह बात सत्य है जो जैसा करेगा उसे वैसा ही फल मिलेगा.

वहीं, बीजेपी के विधान पार्षद नवल यादव ने लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा है कि दरवाजा कहीं भी वो खटखटा सकते हैं, लेकिन जनता ने बंद कर दिया है. जनता की नजरों में वह गिर गए है अब उनके के लिए सारे दरवाजे बंद हो गए हैं, तो सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं. उन्होंने जो किया उसका ही परिणाम है कि वह दरवाजे-दरवाजे भटक रहे हैं.

लालू यादव एक तरफ बीमार है तो वहीं, उन्हें लोकसभा चुनाव की चिंता भी उन्हें सता रही है. साथ ही महागठबंधन के नेता भी लालू यादव के बाहर आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.