Kishore Kunal News: किशोर कुणाल ने जब कब्र से निकाली थी लड़की की लाश, पटना से दिल्ली तक मची थी खलबली
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Kishore Kunal News: किशोर कुणाल ने जब कब्र से निकाली थी लड़की की लाश, पटना से दिल्ली तक मची थी खलबली

Acharya Kishore Kunal Special: बॉबी उर्फ श्वेतानिशा मर्डर केस में किशोर कुणाल की इन्वेस्टिगेशन ने पटना से लेकर दिल्ली तक खलबली मचा दी थी. किशोर कुणाल ने अपनी किताब 'दमन तक्षकों का' में इस केस का जिक्र किया है.

आचार्य किशोर कुणाल

Acharya Kishore Kunal Special: महावीर मंदिर न्यास के अध्यक्ष, राम मंदिर के आंदोलनकर्ता, पूर्व IPS अधिकारी और बिहार के बड़े समाजसेवी आचार्य किशोर कुणाल आज (रविवार, 29 दिसंबर) को दुनिया को छोड़कर चले गए. कार्डियक अरेस्ट की वजह से उन्होंने महावीर वत्सला अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे अब समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए अपने अभूतपूर्व कार्यों के लिए याद किए जाएंगे. बतौर आईपीएस अधिकारी वे इतने कड़क अफसर थे कि अपराधी थर-थर कांपते थे. मूल रूप से गुजरात कैडर के आईपीएस किशोर कुणाल को 80 के दशक में पटना की कमान मिली थी. वे जब पटना के एसपी बने, उस वक्त बिहार में बाहुबलियों का साम्राज्य हुआ करता था.

उन दिनों में बॉबी उर्फ श्वेतानिशा मर्डर केस की चर्चा बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हो रही थी. किशोर कुणाल ने अपनी किताब 'दमन तक्षकों का' में इस केस का जिक्र किया है. किशोर कुणाल के मुताबिक, इस केस में सेक्स, क्राइम और पॉलिटिक्स तीनों शामिल थे. बतौर पटना एसपी किशोर कुणाल ने इस केस की जांच शुरू की. उन्होंने बॉबी की लाश को कब्रिस्तान से निकलवाया और फिर से उसका पोस्टमार्टम कराया. उस वक्त किसी ने सोचा भी नहीं था कि अपराधी पकड़ा भी जा सकता है. किशोर कुणाल ने अपनी किताब में लिखा है कि उनके कुछ सीनियर अफसर ही इस केस का खुलासा नहीं चाहते थे.

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किताब के मुताबिक, तत्कालीन सीएम जगन्नाथ मिश्रा ने उन्हें फोन किया और केस का अपडेट पूछा. इस पर उन्होंने सीएम को जवाब दिया कि आप चरित्र के मामले में अच्छे हैं, सर इसमें पड़िएगा तो इतनी तेज आग है कि हाथ जल जाएंगे. जिसके बाद जगन्नाथ मिश्रा ने भी फोन काट दिया था. इन्वेस्टिगेशन से ये बात साफ हो गई कि बॉबी की मौत खुदकुशी नहीं बल्कि हत्या थी. किशोर कुणाल अपराधियों तक पहुंचने ही वाले थे कि जांच सीबीआई को सौंप दी गई. सीबीआई जांच में आरोपियों को दोषमुक्त घोषित कर दिया गया. किशोर कुणाल भले ही इस केस को अंजाम तक नहीं पहुंचा सके हों, लेकिन उनकी जांच ने पटना से लेकर दिल्ली तक खलबली मचा दी थी.

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