Rajya Sabha Election 2024: भाजपा को राज्यसभा चुनाव में फायदा होना तय, सहयोगी दल राजद के भरोसे कांग्रेस और वामदल
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2102652

Rajya Sabha Election 2024: भाजपा को राज्यसभा चुनाव में फायदा होना तय, सहयोगी दल राजद के भरोसे कांग्रेस और वामदल

Rajya Sabha Election 2024: पटना: बिहार में राज्यसभा की खाली होने वाली 6 सीटों के चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गया है. इसके साथ राजनीतिक दलों में सरगर्मी भी तेज हो गई है. राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों में जोड़तोड़ शुरू हो गया है.

राज्यसभा चुनाव 2024

Rajya Sabha Election 2024: पटना: बिहार में राज्यसभा की खाली होने वाली 6 सीटों के चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो गया है. इसके साथ राजनीतिक दलों में सरगर्मी भी तेज हो गई है. राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों में जोड़तोड़ शुरू हो गया है. इस चुनाव में कांग्रेस और वामदल जहां सहयोगियों के भरोसे है, वहीं भाजपा को लाभ होना तय माना जा रहा है. बिहार से जिन राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उनमें राजद के मनोज कुमार झा और अहमद अशफाक करीम, जदयू के अनिल प्रसाद हेगड़े और वशिष्ठ नारायण सिंह, भाजपा के सुशील कुमार मोदी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह शामिल हैं. 

विधानसभा के अंक गणित के हिसाब से देखें तो भाजपा को इस चुनाव में फायदा होना तय है, जबकि वाम दलों और कांग्रेस को सहयोगियों के सहारे रहना होगा. जदयू की तरफ से अब तक कोई नाम सामने नहीं आया है, लेकिन कहा जा रहा है कि जदयू कोई चौंकाने वाला नाम सामने कर सकता है.

भाजपा सूत्रों की मानें तो प्रदेश कोर कमेटी ने केंद्रीय कमेटी को संभावित नामों की सूची दे दी है. बताया जा रहा है कि केंद्रीय कमेटी जल्द ही नामों की घोषणा कर सकती है. विधानसभा में अंक गणित के आधार पर राजद भी इस चुनाव में दो उम्मीदवार को फिर से राज्यसभा भेज सकता है. 

वैसे प्रत्याशियों की घोषणा अब तक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि मनोज कुमार झा फिर से राज्यसभा भेजे जा सकते हैं. कई अन्य नामों की भी चर्चा की जा रही है, जिसमें कई मुस्लिम नेता भी हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी दुविधा वाली स्थिति है. 

कांग्रेस के अपने विधायकों की संख्या 19 है. राजद के 79 विधायक हैं. राजद के दो सांसद जीतने के बाद अगर कांग्रेस को राजद का समर्थन मिल भी जाता है तब भी कांग्रेस को जीत के लिए यह संख्या कम होगी. 
इस स्थिति में पूरा खेल वामदलों पर निर्भर करता है, जिसके 16 विधायक हैं. वामदल भी अगर प्रत्याशी देती है तो उसे कांग्रेस की जरूरत पड़ेगी. नामांकन की अंतिम तारीख 15 फरवरी है जबकि 27 फरवरी को चुनाव होगा.

आईएएनएस

यह भी पढ़ें- कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर नीतीश तो चौधरी चरण सिंह के बहाने जयंत चौधरी को भाजपा ने किया कैच!

Trending news