Bihar Politics: जातीय जनगणना को लेकर चिराग ने तेजस्वी को घेरा, कहा- बिना मतलब की राजनीति कर रहे
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2406199

Bihar Politics: जातीय जनगणना को लेकर चिराग ने तेजस्वी को घेरा, कहा- बिना मतलब की राजनीति कर रहे

 Bihar Politics: जातीय जनगणना को लेकर 1 अगस्त को होने वाले तेजस्वी के धरने पर चिराग पासवान ने कहा कि वो बिना मतलब की राजनीति कर रहे हैं.

चिराग पासवान और तेजस्वी यादव

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद केंद्रीय मंत्री और सांसद चिराग पासवान गुरुवार को पटना पहुंचे. इस दौरान पटना एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. पत्रकारों से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि दूसरी बार मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई. मैं पार्टी के तमाम साथियों, कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करता हूं. मैं सभी को यह विश्वास दिलाता हूं कि पार्टी को ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए पूरी मेहनत और इमानदारी से काम करूंगा.

आरक्षण और देश भर में जातीय जनगणना को लेकर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 1 सितंबर को धरने पर बैठेंगे. इस पर चिराग ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना तो आप पहले ही करा चुके हैं. आरक्षण के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए प्रावधानों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. उन प्रावधानों के साथ कहीं छेड़छाड़ नहीं की जाएगी तो इसके बाद राजनीति करने का क्या मतलब है ?

उन्होंने आगे कहा, "जहां तक जातीय जनगणना की बात है, बिहार में तो जाति आधारित जनगणना हो चुकी है. अन्य राज्यों में जहां चिंता है, वहां की गठबंधन सरकारें जातीय जनगणना क्यों नहीं करातीं? कांग्रेस या इंडिया गठबंधन की सरकार वाले राज्यों में जाति आधारित जनगणना क्यों नहीं होती? बिहार में धरना देने का क्या मतलब है? चिराग ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव बिना मतलब की राजनीति कर रहे हैं और वह एक बात कहते हैं और दूसरी करते हैं."

बंगाल की हालत पर राष्ट्रपति के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि बंगाल के हालात चिंता का विषय हैं. इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों की मानसिकता बहुत ही खतरनाक है. ऐसे लोगों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए. इन लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. राष्ट्रपति ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है, इसलिए उन सरकारों की जिम्मेदारी बनती है जहां ऐसी घटनाएं हो रही हैं. जिस व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया, वह सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बना हुआ था. अगर सरकार ऐसे व्यक्ति को संरक्षण देती है, तो यह चिंता का विषय है.

चिराग ने कहा कि आजकल कुछ राजनीतिक दल अपने पॉलिटिकल सपोर्ट्स को सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनाने के लिए अलग-अलग योजनाएं बनाते हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने भी ऐसा ही किया है, यह चिंता का विषय है, ऐसे लोग भविष्य में बहुत नुकसानदायक हैं. पॉलिटिकल पार्टियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जब वे सरकारी विभागों में लोगों को शामिल करते हैं, तो उनका सही वेरिफिकेशन किया गया हो.

"अगर बंगाल जलेगा तो पूरा देश जलेगा", ममता बनर्जी के इस बयान पर उन्होंने कहा कि ऐसे शब्द किसी राज्य के मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता. बंगाल को जलाने का सोच कोई नहीं रखता. बंगाल में महिलाओं के साथ जिस तरह की घटना हुई, वह नहीं होनी चाहिए. दोषियों को सजा और पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए, मैं इस बात का पक्षधर हूं.

ये भी पढ़ें- Pitru Paksha 2024: गया पितृपक्ष मेले में भीड़ से नहीं होगी परेशानी, प्रबंधन के लिए डीएम ने बनाई रणनीति

चिराग पासवान ने अपनी पार्टी की टूट पर कहा, "काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती." उन्होंने कहा कि लोग सोचते हैं कि बार-बार एक ही बात बोलकर वे सफल हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं होगा. उनकी पार्टी के नेताओं ने पहले ही स्पष्ट किया है कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर सभी की सहमति थी. उन्होंने कहा कि जो लोग सोचते हैं कि अफवाहों और गलत सोच को हवा देकर मुझे डरा दिया जाएगा, वे गलत हैं. चिराग ने आगे कहा, "मेरे बढ़ते प्रभाव को इस तरह के अफवाहों से डराने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी." उन्होंने साफ किया कि वे डरने वाले नहीं हैं और अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहेंगे.

इनपुट- आईएएनएस

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news