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Bihar News: बिहार में जातीय जनगणना की रिपोर्ट सरकार के द्वारा जारी कर दी गई है. इसके बाद से विपक्षी राजनीतिक दलों की तरफ से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है. विपक्षी पार्टियां इस रिपोर्ट को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं और साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है. अब इस पर बवाल थमा भी नहीं है कि सरकार की तरफ से सामाजिक-आर्थिक रिपोर्ट जारी करने की भी कवायद तेज कर दी गई है.
बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 6 नवंबर यानी आजे के दिन से ही शुरू हुआ है और इसे 10 नवंबर तक चलना है. ऐसे में 7 नवंबर का दिन बिहार विधानसभा सत्र के लिए खास रहनेवाला है. बतौर संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी की मानें तो सरकार की तरफ से विधानसभा में 2 बजे जातीय जनगणना की रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा जाएगा. इसके बाद इसको लेकर सदन में चर्चा होगी.
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इसके साथ ही बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट के बाद सामाजिक-आर्थिक रिपोर्ट भी पेश होना है. इसमें बिहार के लोगों की औसत आय, शैक्षिक स्तर, नौकरी पेशा लोगों की संख्या आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा प्रवासी बिहारियों की भी सूचना इसमें दी जाएगी. सरकार की तरफ से दो अक्टूबर को जो आंकड़े जारी किए गए थे वह केवल और केवल वर्ग और धर्म के आधार पर जाति के आंकड़े थे. ऐसे में तब बाकी के आंकड़े शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की बात सरकार की तरफ से कही गई थी.
ऐसे में साफ लग रहा है कि मंगलवार का दिन बिहार विधानसभा में हंगामेदार होना है. क्योंकि विपक्षी दल सरकार के द्वारा जारी जातीय जनगणना की रिपोर्ट को फर्जी बता रहे हैं.