भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उठा दी नई यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग, आखिर कैसे बनता है केंद्र शासित प्रदेश?
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भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने उठा दी नई यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग, आखिर कैसे बनता है केंद्र शासित प्रदेश?

Nishikant Dubey Demands For Union Territory: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद, झारखंड के संथाल परगना और बिहार के सीमांचल के कटिहार, किशनगंज और अररिया को मिलाकर एक नई यूनियन टेरिटरी बनाने की मांग की है. इसके पीछे उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठ और हिंदुओं के खिलाफ उत्पीड़न को कारण बताया है. 

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (File Photo)

एक दिन पहले झारखंड से गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने संथाल परगना, पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद के अलावा बिहार के कटिहार, किशनगंज और अररिया को मिलाकर एक नई यूनियन टेरिटरी यानी केंद्र शासित प्रदेश बनाने की जरूरत पर बल दिया. उनका कहना था कि पश्चिम बंगाल से बाहरी मुसलमान आकर हिंदू गांवों को खाली करा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि खुद उनके एरिया में मुसलमानों की जनसंख्या 123 प्रतिशत बढ़ी है. अब सवाल यह है कि कैसे एक केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाता है या किसी खास एरिया को केंद्र शासित कैसे घोषित किया जाता है?

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किसके पास अधिकार 

सबसे पहले यह जानकारी होनी चाहिए कि केंद्र शासित प्रदेश बनाने या घोषित करने का अधिकार केंद्र सरकार के पास होता है. संसद में इससे संबंधित कानून पर मुहर लगती है और राष्ट्रपति के दस्तखत के बाद उस पर अमल शुरू हो जाता है.

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किन बातों का ध्यान रखना जरूरी

अगर किसी इलाके को केंद्र शासित घोषित किया जाता है तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. जैसे— 

1. कोई इलाका आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से बहुत छोटा होता है, जिससे उसे राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता, ऐसे इलाके को केंद्र शासित घोषित किया जा सकता है. 

2. इसके अलावा कुछ खास इलाकों, जिनकी अपनी पहचान होती है और उन्हें बचाए रखने के लिए केंद्र शासित घोषित कर दिया जाता है. 

3. दूसरी ओर, किसी खास कारणवश या फिर राजनीतिक और प्रशासनिक कारणों से भी केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाते हैं. 

क्यों बनाए जाते हैं केंद्र शासित प्रदेश 

भौगोलिक कारण: मतलब मेनलैंड से दूर ऐसे हिस्से, जिन्हें आबादी और क्षेत्रफल के लिहाज से काफी छोटे होने के कारण अलग राज्य नहीं बनाया जा सकता. ऐसे में इन इलाकों को यूनियन टेरिटरी बना दी जाती हैं. 

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राजनीतिक कारण: प्रशासनिक और राजनीतिक कारणों से भी केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाते हैं. देश की राजधानी दिल्ली को ही देख लीजिए. यह देश की राजधानी है पर किसी राज्य का हिस्सा नहीं है. प्रशासनिक कुशलता के लिए इसके पास अपनी विधानसभा भी है. इसी तरह राजधानी को लेकर पंजाब और हरियाणा में विवाद हुआ तो चंडीगढ़ को यूनियन टेरिटरी बना दिया गया था.

सांस्कृतिक कारण: रहन-सहन और संस्कृति भी केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के लिए एक क्राइटेरिया हो सकती है. जैसे दमन दीव और दादरा नागर हवेली में पुर्तगाल का अरसे तक शासन रहा. इसलिए पुर्तगाली संस्कृति यहां से मेल खाती है. उनकी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने के लिए उसे केंद्र शासित प्रदेश ​बना दिया गया.

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