Lok Sabha Election 2024: ममता-केजरीवाल से मिले झटके के बाद अब क्या करेंगे नीतीश कुमार, क्या टूट जाएगा INDI Alliance?
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Lok Sabha Election 2024: ममता-केजरीवाल से मिले झटके के बाद अब क्या करेंगे नीतीश कुमार, क्या टूट जाएगा INDI Alliance?

INDIA Alliance Meeting: दिल्ली बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे किए जाने से नीतीश कुमार को तगड़ा झटका. इससे वह नाराज भी बताए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए ही वह बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए और सीधा होटल चले आए.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

INDIA Alliance Meeting: विपक्षी गठबंधन (I.N.D.I.A.) की 19 दिसंबर को हुई बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरिवंद केजरीवाल ने खेला कर दिया. विपक्ष को एकजुट करके नीतीश कुमार अपने दिल में प्रधानमंत्री बनने का सपना संजोये हुए थे, जबकि उन्हें गठबंधन का संयोजक तक नहीं बनाया जा रहा. दिल्ली बैठक से एक बात तय हो गई कि इस गठबंधन में रहकर नीतीश कुमार का ख्वाब कतई पूरा नहीं हो सकता. ऐसे में विपक्षी गठबंधन के भविष्य पर भी खतरा मंडराने लगा है.

दरअसल, दिल्ली बैठक में ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खड़गे को संयोजक बनाने की वकालत की तो अरविंद केजरीवाल ने एक कदम आगे जाकर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था. केजरीवाल ने कहा कि अगर खड़गे का नाम आगे बढ़ाया गया और जीत हासिल हुई तो आजादी के बाद पहली बार कोई दलित देश का प्रधानमंत्री बनेगा. इस मुद्दे को फिलहाल अभी के लिए भले ही टाल दिया गया हो लेकिन ये तय है कि भविष्य में भी नीतीश कुमार इस रेस में शामिल नहीं हो सकेंगे. अगर गठबंधन की जीत होती है तो और कांग्रेस पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आती है तो खड़गे की लॉटरी लग सकती है. 

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अब जरा उस वक्त को याद करिए जब I.N.D.I.A. अस्तित्व में भी नहीं था. उस वक्त विपक्षी दलों में इतना ज्यादा मतभेद था कि कोई भी एक-दूसरे का मुंह तक देखना नहीं चाहता था. ऐसी परिस्थितियों में नीतीश कुमार ने ये जिम्मेदारी संभाली. एनडीए से अलग होने के बाद उन्होंने ही बीजेपी के खिलाफ विपक्षी गठबंधन की नींव रखी थी. उन्होंने सभी विपक्षी नेताओं से वन-टू-वन मुलाकात की और पटना में सभी को एक छत के नीचे खड़ा कर दिया. 2018 के बाद पहली बार विपक्ष एक मंच पर साथ दिखा था. इसके बाद कांग्रेस ने उनकी मेहनत को हाइजैक कर लिया. 

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हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार से नीतीश कुमार की उम्मीदों को बल मिला था. दिल्ली बैठक से पहले जेडीयू नेता काफी उत्साहित थे. उन्होंने नीतीश कुमार के समर्थन में पटना की सड़कों पाट दिया था. हालांकि, नीतीश कुमार को एक बार फिर से बैठक से बड़े बेआबरू होकर बाहर आना पड़ा. बैठक में खड़गे का नाम आगे किए जाने से नीतीश कुमार को तगड़ा झटका. इससे वह नाराज भी बताए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए ही वह बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए और सीधा होटल चले आए. अब देखना होगा कि अब नीतीश कुमार क्या करेंगे? क्या अभी भी वह इस गठबंधन में बने रहेंगे या फिर से कोई विकल्प खोजेंगे?

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