JMM ने भाजपा के केंद्रीय नेताओं के लगातार हो रहे दौरे को लेकर बोला हमला, कहा- ना भाजपा का टिप्स चलेगा ना ही तिकरम
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JMM ने भाजपा के केंद्रीय नेताओं के लगातार हो रहे दौरे को लेकर बोला हमला, कहा- ना भाजपा का टिप्स चलेगा ना ही तिकरम

Jharkhand Politics: झारखंड में विधानसभा का चुनाव इस साल दिसंबर में होना है. भारतीय जनता पार्टी ने भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को झारखंड का प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को सह प्रभारी बनाया है. 

हिमंत बिस्वा सरमा के बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रतिक्रिया

रांचीः Reaction on Himanta's statement: झारखंड में विधानसभा का चुनाव इस साल दिसंबर में होना है. भारतीय जनता पार्टी ने भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को झारखंड का प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को सह प्रभारी बनाया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी (जेएमएम) ने झारखंड में भाजपा के केंद्रीय नेताओं के लगातार हो रहे दौरे को लेकर निशाना साधा है. जेएमएम के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि, विधानसभा का चुनाव दिसंबर में है, और मुझे लगता है कि झारखंड पावर हब बन गया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से जब रांची आने पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मैं झारखंड रिचार्ज होने आया हूं.

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि ऐसा उन्होंने इसलिए बोला, क्योंकि उनकी वैलेडिटी अब खत्म हो गई है. दो राज्यों में 13 उपचुनाव हुए और इस उपचुनाव ने बहुत स्पष्ट कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं की बैटरी पूरी डिस्चार्ज हो गई, और अब उनको रिचार्ज करने करने के लिए झारखंड आना पड़ रहा है. देश में कई जगह में बाढ़ है, उस वक्त में भारत के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार झारखंड के दौरे पर हैं. कृषि उनके लिए अब प्राथमिकता नहीं है.

एमएसपी पर जब संसद में उनसे पूछा गया तो वह कोई जवाब नहीं दे पाए, और यहां आकर एमएसपी खोजने लगे. एमएसपी मतलब- मतदाताओं का समर्थन पत्र, जो उनको नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि, 20 तारीख को देश के गृह मंत्री भी रांची आ रहे हैं, जहां वह कार्यकर्ताओं को टिप्स देंगे, लेकिन इससे काम नहीं चलेगा. क्योंकि जनता ने भाजपा के सफाए का मन बना लिया है.

भाजपा शासित उत्तराखंड में भी दोनों उपचुनावों में उनको शिकस्त मिली. महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और झारखंड में भी भाजपा के लिए कोई जगह नहीं बचेगी. उपचुनाव के नतीजे से भाजपा के अंदर घबराहट और बेचैनी है. उन्होंने कहा कि, केंद्रीय नेताओं के प्रदेश में हो रहे लगातार दौरे से राज्य सरकार को प्रोटोकॉल के तहत व्यवस्था करनी होती है, इससे राज्य पर अनावश्यक भार पड़ रहा है.

भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल करती है. भाजपा के लोग यहां आकर घूम रहे हैं, उनके प्रदेश अध्यक्ष हर आधे घंटे में ट्वीट कर रहे हैं, उनके पास मैदान पर आने का समय नहीं है. उनके पास केवल बंद कमरे में ट्वीट करना ही रह गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों की ऊर्जा पूरी तरह से समाप्त हो गई है, जिसको रिचार्ज करने के लिए वे यहां आते हैं. हम इन लोगों को पूरी तरह से डिस्चार्ज करके ही यहां से भेजेंगे. 
इनपुट- आईएएनएस के साथ

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