जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत दुखद है, लेकिन इसकी गुनाहगार भी बीजेपी है. दूसरा कोई नही है.
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JDU On Patna Lathi Charge: 13 जुलाई को पटना में पुलिस के लाठीचार्ज में कथित तौर पर बीजेपी कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह की मौत पर बयानबाजी जारी है. सरकार पर बीजेपी के संगीन आरोपों पर अब जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पलटवार किया है. बेगूसराय में जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने BJP पर जमकर हमला बोला. नीरज कुमार ने कहा कि विपक्ष में गए तो क्या सीमा तोड़ दीजिएगा? उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत दुखद है, लेकिन इसकी गुनाहगार भी बीजेपी है. दूसरा कोई नही है. नीरज सिंह ने कहा कि विजय सिंह का फुटेज छज्जू बाग में आया, जहां तारा हॉस्पिटल है और ये हॉस्पिटल बीजेपी के एमएलए का है. वहां जब बीमार कार्यकर्ता गया तो अस्पताल वालों ने ईलाज करने से इंकार कर दिया.
नीरज कुमार ने कहा कि बीजेपी के लोगो का ट्रैक रेट बहुत खराब रहा है. उन्होंने कहा कि गांधी मैदान की घटना में बीजेपी के एक नेता की मौत हुई थी. जो बेगूसराय के ही रहने वाले थे. पर बीजेपी की ओर उसकी सुध लेने कोई नहीं जाता है. नीरज कुमार ने कहा कि बीजेपी के लोग हिटलर परंपरा के लोग हैं. हॉफ पैंट, सिर पर काली टोपी और हाथ मे लाठी लेकर ट्रेनिंग लेते हैं. ये लोग लाठी से डरने वाले नहीं हैं. इन्हें लाठी खाना सिखाया जाता है. नीरज कुमार ने इस घटना पर बीजेपी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि अगर लाठीचार्ज से बीजेपी परेशान हो जाए, तो मुझे लगता है कि इन लोगों ने खुद को आरएसएस की संस्कृति से अलग कर लिया है.
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जेडीयू ने इस घटना को बड़ी साजिश बताया. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है तो वह नाम और चेहरा बताए. वह बताए कि पुलिस के वेश में कौन लोग थे? हमारे पास तो वीडियो फुटेज हैं. केवल झूठा और नकारात्मक प्रचार कर रहे है. मुझे पहले पता नहीं था कि प्रदेश अध्यक्ष पगड़ी क्यों बांधे हुए थे? इसका पता अब चला है. उनकी मंशा थी कि सारे कार्यकर्ता ने पीटा जाए और उनका सर बचा रहे, इसलिए वो पगड़ी पहने हुए थे. ये लोग कितने शातिर हैं. कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार होता रहा. ये कार्यकर्ताओं के ऐसे शुभचिंतक है कि कार्यकर्ता मार खाते रहे और यह ट्रक पर सवार रहे. मन में क्या यह संवेदना नहीं जागी थी कि आप अपने कार्यकर्ताओं के सहयोग के लिए सड़क पर खड़े होते.
जेडीयू नेता नीरज कुमार ने इस दौरान बीजेपी पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बीजेपी धर्म के नाम पर सियासत करने वाले पार्टी है. यह धर्म के नाम पर पाखंड करने वाले लोग हैं. सत्ता से बाहर होने पर ये लोग बेचैनी में तड़प रहे हैं. इन लोगों के पास अपनी 9 वर्ष की उपलब्धि बताने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए यह लोग तात्कालिक मुद्दों को आधार पर राजनीति का एजेंडा तय करना चाहते थे, लेकिन वो भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बीजेपी अगर 9 साल बेमिसाल बोल रही है, तो उनकी जुबान खामोश क्यों हो गई? यह लोग काला दिवस वाले लोग हैं. काला धन लाने की बात कही थी पर न काला धन लाए, न ही लोगों को नौकरी दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग हिंदूवादी तो बहुत बनते हैं पर क्या उन्होंने धर्म के नाम पर रोजगार देने का काम किया है. क्या लोगों को यह बताना चाहिए कि उनकी क्या उपलब्धि है.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को यह बताना चाहिए कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया? उन्होंने कहा कि इससे बड़ा गुनाह समाज मे क्या हो सकता है. इस मुद्दे पर अमित शाह की जुबान खामोश हो गई. उन्होंने बीजेपी की रैली को लेकर कहा कि मुझे लगा था कि बीजेपी के 10 से 15 लाख कार्यकर्ता पटना में जमा होंगे, लेकिन कितने कार्यकर्ता जमा हुए. उन्होंने बृजभूषण का नाम लेते हुए कहा कि बीजेरी के लोग 36 इंच का सीना दिखाएं और बेटी के साथ दुर्व्यवहार करने वालों को गिरफ्तार करें.
रिपोर्ट- जितेंद्र चौधरी