बीजेपी निश्चिंत नजर आ रही है क्योंकि पार्टी के पास क्षत्रिय समाज से आने वाले नेताओं की भरमार है. बिहार में बीजेपी के सबसे ज्यादा सांसद राजपूत जाति के ही हैं.
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Anand Mohan Politics: बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन को डीएम हत्याकांड में 27 अप्रैल को रिहा किया जा चुका है. इस फैसले से राजद सुप्रीमो लालू यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ही काफी खुश दिखाई दे रहे हैं. माना जा रहा है कि क्षत्रिय समाज को खुश करने के लिए आनंद मोहन की रिहाई की गई है. दरअसल, आनंद कुमार राजपूत समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. इस वोटबैंक की दम ही 90 के दशक में उनकी बादशाहत चलती थी. उनका इतना रौला होता था कि वह जेल के अंदर से ही लोकसभा चुनाव जीत लेते थे. हालांकि, उनसे महागठबंधन को कितना फायदा होगा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. पर बीजेपी में आनंद मोहन का काउंटर करने के लिए पर्याप्त सामान मौजूद है.
बिहार में राजपूतों की आबादी तकरीबन 6-8 फीसदी है. इस समाज के लोग कई सीटों पर हार-जीत का फैसला करते हैं. आनंद मोहन के जरिए इस वोटबैंक को साधने की कोशिश की गई है. बिहार में इस वोटबैंक का क्या असर होगा इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि MY की राजनीति करने वाली राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह हैं. जदयू ने लंबे समय तक वशिष्ठ नारायण सिंह को प्रदेश की कमान सौंप रखी थी. तो वहीं बीजेपी की ओर से आरके सिंह और गिरिराज सिंह को मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
बीजेपी में क्षत्रिय नेताओं की पूरी फौज
महागठबंधन के पास अभी राजद के कारण मुस्लिम-यादव और नीतीश कुमार के चलते कुर्मी समाज को मिलाकर 34 फीसदी वोटबैंक पर अधिकार है. यदि 6 फीसदी राजपूत भी साथ आ गए तो बीजेपी का सफाया पक्का है. हालांकि, सवर्ण हमेशा से बीजेपी के कोर वोटर रहे हैं. इसके अलावा भी बीजेपी निश्चिंत नजर आ रही है क्योंकि पार्टी के पास क्षत्रिय समाज से आने वाले नेताओं की भरमार है. बिहार में बीजेपी के सबसे ज्यादा सांसद राजपूत जाति के ही हैं. मोतिहारी से राधा मोहन सिंह, आरा से आरके सिंह, औरंगाबाद से सुशील सिंह, छपरा से राजीव प्रताप रुडी, महाराजगंज से जनार्दन सिंह बीजेपी के सांसद हैं.
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राजपूत समाज में योगी से भी बड़ा कोई नेता है?
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस समाज के काफी बड़े नेता माने जाते हैं. पार्टी उन्हें चुनावी प्रचार में जरूर उतारती है. इसके अलावा बीजेपी के पास वो ब्रह्मास्त्र है जो अकेले दम पर खेल पलट सकता है. इस नेता का नाम है योगी आदित्यनाथ. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता देश ही नहीं विदेशों तक में है. उन्होंने यूपी में जिस तरह से क्राइम को कंट्रोल किया, उसकी सभी जगह तारीफ होती है. योगी की बदौलत यूपी आज बीजेपी का गढ़ बन चुका है. बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने भी यही बात कही है. उन्होंने साफ कहा है कि राजपूत समाज किसी अपराधी के साथ नहीं जाएगा, वह बीजेपी के ही साथ रहेगा.