Opposition Meeting: 'विपक्ष का नाम INDIA कैसे?' बैठक में नीतीश ने उठाया था सवाल, प्रेस कांफ्रेंस छोड़ बिहार लौटे
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Opposition Meeting: 'विपक्ष का नाम INDIA कैसे?' बैठक में नीतीश ने उठाया था सवाल, प्रेस कांफ्रेंस छोड़ बिहार लौटे

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA रखने से नीतीश कुमार को आपत्ति है. बैठक में उन्होंने सवाल भी किया था- 'विपक्ष का नाम INDIA कैसे हो सकता है...' 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

Nitish Kumar News: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष एकजुट होने का प्रयास कर रहा है. बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए पटना के बाद बेंगलुरु में मोदी विरोधी नेताओं का जमावड़ा लगा, लेकिन ये बैठक भी अपने अंजाम तक नहीं पहुंच सकी. बताया जा रहा है कि इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नाराज हो गए हैं. उनके सहयोगी लालू यादव भी खुश नहीं है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA रखने से नीतीश कुमार को आपत्ति है. बैठक में उन्होंने सवाल भी किया था- 'विपक्ष का नाम INDIA कैसे हो सकता है...' जानकारी के मुताबिक, बैठक में नीतीश कुमार के अलावा वामदलों ने भी इंडिया नाम पर आपत्ति जताई थी.

जानकारी के मुताबिक, विपक्षी गठबंधन का नाम 'INDIA' रखने का सुझाव कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रखा था. जिस पर ममता बनर्जी, शरद पवार, उद्धव ठाकरे और अरविंद केजरीवाल सहित बाकी नेताओं ने सहमति जताई. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में नीतीश कुमार ने INDIA नाम पर कड़ा ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि इस नाम का क्या मतलब है? माना जा रहा है कि नीतीश की आपत्ति अंग्रेजी में नाम को लेकर थी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर गठबंधन के नाम पर साथियों के साथ कोई चर्चा नहीं की गई. 

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उनके नाराज होने का एक और बड़ा कारण रहा. दरअसल जिस विपक्षी एकता की नींव नीतीश कुमार ने रखी थी, उसे अब कांग्रेस पार्टी ने हाइजेक कर लिया है. जो नेता कभी एक-दूसरे का मुंह नहीं देखना चाहते थे, नीतीश कुमार ने उन्हें पटना में एक छत के नीचे खड़ा कर दिया था. बेंगलुरु बैठक में कांग्रेस ने नीतीश कुमार की मेहनत को अपने खाते में जोड़ने की कोशिश की. कांग्रेस की ओर से ये मैसेज देने की कोशिश की गई कि देश में कांग्रेस ही बीजेपी का विकल्प है. बैठक में सोनिया गांधी की मौजूदगी से ये भी साफ हो गया कि मुकाबला मोदी बनाम सोनिया होगा, नीतीश इसमें कहीं नहीं हैं. 

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बेंगलुरु बैठक में नीतीश कुमार को पूरी तरह से इग्नोर किया गया, जबकि पटना में उन्होंने राहुल गांधी के स्वागत में पलक-पावड़े बिछा दिए थे. इससे नाराज होकर वो प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही पटना वापस लौट आए. राजद सुप्रीमो लालू यादव और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी उनके पीछे आना पड़ा. उसके बाद से राजद और जदयू नेता खामोशी अख्तियार किए हुए हैं. किसी ने बेंगलुरु बैठक पर कोई बयान नहीं दिया है. 

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