'जब मंदिर से काम नहीं बन रहा, तो अब वक्फ की संपत्तियों पर नजर', विपक्ष का मोदी सरकार पर हमला
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'जब मंदिर से काम नहीं बन रहा, तो अब वक्फ की संपत्तियों पर नजर', विपक्ष का मोदी सरकार पर हमला

Waqf Board Amendment Bill: लोकसभा में वक्फ कानून संसोधन बिल केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने पेश किया. कांग्रेस ने बिल को संविधान के खिलाफ बताया. वहीं, वक्फ संशोधन बिल के समर्थन में जदयू के ललन सिंह ने कहा कि वक्फ बिल मुस्लिम विरोध नहीं है. साथ ही विपक्षी दल कांग्रेस के लिए ललन सिंह ने कहा कि आप लोगों ने सिखों को हत्या की थी, यहां अल्पसंख्यकों की बात करते हैं.

राजद प्रवक्ता शक्ति यादव (File Photo)

Waqf Board Amendment Bill: लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश किया गया. इस बिल के बाद बिहार के राजनीतिक दलों ने प्रतिक्रिया दी. राष्ट्रीय जनता दल ने बीजेपी और जदयू को अल्पसंख्यक विरोधी बताया. राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि वक्फ बोर्ड की संपत्तियों को हड़पने के लिए जो कानून बनाने जा रही है और जो कानून लाया गया है लोकसभा के अंदर उसमें जदयू और बीजेपी का असली चेहरा खुलकर सामने आया है.

राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि ललन सिंह ने बीजेपी की भाषा का इस्तेमाल किया है. वक्फ की जो संपत्ति है उस पर नजर है कि उद्योगपति और पूंजीपति मित्रों को कैसे दिया जाए, उसके लिए नियम बनाने की कोशिश की जा रही है. हर पॉलीटिकल पार्टी इसका विरोध किया. इसके बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी ने इस बिल को मूर्त रूप देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा कि बिल लोकसभा में आ गया, ललन सिंह की भाषा बीजेपी की भाषा से मेल खाई तो जदयू का असली चेहरा अल्पसंख्यक विरोधी खुलकर के सामने आया. हालांकि, हम लोग पहले से कहते आ रहे हैं कि जदयू अल्पसंख्यक का हित में नहीं हो सकती. ललन सिंह की भाषा पूरी तरीके से अल्पसंख्यक विरोधी था.

बीजेपी प्रवक्ता राकेश सिंह ने कहा कि उस समाज में जो निचले पायदान पर है उनके विकास की बात की गई है. उनके अधिकार की बात है. कांग्रेस भ्रम पैदा कर रही है. विपक्षी दल को इसका समर्थन करना चाहिए वक्फ बोर्ड की संपत्ति या कानून में संशोधन लाकर अल्पसंख्यक समाज में वैसे लोगों की बात की गई है. जिनको अधिकार नहीं मिल पाता था हम सब लोग उस बिल का अध्ययन करेंगे, लेकिन इस बिल पर भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश कांग्रेस ना करें. सरकार ने अच्छे मानसिकता से इस बिल को लाया है ताकि अल्पसंख्यक का कल्याण कैसे हो.

जदयू ने कहा कि विपक्ष जिस तरीके से विरोध जता रहा है, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है जो अच्छी बातें सरकार के द्वारा आ रही है उसका स्वागत होना चाहिए. जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा कहा कि हमारे पूर्वजों ने इसी मकसद से इस संपत्ति को रखा था कि गरीब तबक का उत्थान के लिए इस संपत्ति का इस्तेमाल हो सके और इसके लिए जब हमारी सरकार बेहतर मैनेजमेंट के लिए बिल लाई है तो यह विपक्ष के द्वारा स्वागत करना चाहिए. अगर उन्हें लगता है कि संशोधन और सुझाव की आवश्यकता है तो उन्हें जरूर सुझाव देना चाहिए, न कि इसका विरोध करना चाहिए.

कांग्रेस ने कहा कि सत्ता के शीर्ष पर बैठकर यह वक्फ बोर्ड को कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, इसका मलाल है इनको और इसीलिए इस तरह का कानून यह ला रहे हैं. जो संस्थाएं काम कर रही है, जिनके हेड वह खुद हैं उसके बाद अब कानून लाना उनकी विफलता को दर्शाता है. इनकी सांप्रदायिक मानसिकता को दिखाता है. इनकी दंगाई मानसिकता को दर्शाता है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रवीण कुशवाहा ने कहा कि इनका मकसद देश की संपत्तियों से खिलवाड़ करना है, इनका मकसद आपसी वैमनसता को फैलाना है. इनका ध्यान सिर्फ हिंदू मुसलमान करना है और जब मंदिर से काम नहीं बन रहा है तो उनकी नजर अब वक्फ की संपत्तियों पर है.

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