Sanjay Jha Simariya Dham: पूर्व मंत्री संजय झा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 30 मई 2023 को इसका शिलान्यास किया था और जून 2023 से योजना के पहले फेज का कार्य शुरू हुआ था. बीच में मॉनसून एवं बाढ़ के सीजन में कुछ महीने कार्य बाधित भी रहा. उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद इसके जल संसाधन विभाग ने 9 महीने से भी कम समय में पहले फेज का कार्य पूरा किया है.
Trending Photos
Sanjay Jha Simariya Dham: बेगूसराय में स्थित सिमरिया धाम का विकास एवं सौंदर्यीकरण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसे पूरा करने के लिए संजय झा ने काफी काम किया. पूर्व मंत्री संजय झा की मेहनत अब रंग लाने लगी है और इसके पहले चरण का काम पूरा हो गया है. मुख्यमंत्री आज (शनिवार, 24 फरवरी) को सिमरिया धाम जाकर इस योजना के साथ-साथ जल संसाधन विभाग द्वारा कार्यान्वित कुल 702 योजनाओं (लागत राशि ₹1590.14 करोड़) का लोकार्पण तथा 393 योजनाओं (लागत राशि ₹1945.43 करोड़) का कार्यारंभ करेंगे. संजय झा ने खुद इसकी जानकारी दी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि हमें यह साझा करते हुए सात्विक आनंद की अनुभूति हो रही है कि लोक आस्था के प्रमुख केंद्र सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण की जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार की योजना के पहले चरण का काम पूरा हो गया है.
संजय झा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 30 मई 2023 को इसका शिलान्यास किया था और जून 2023 से योजना के पहले फेज का कार्य शुरू हुआ था. बीच में मॉनसून एवं बाढ़ के सीजन में कुछ महीने कार्य बाधित भी रहा. उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बावजूद इसके जल संसाधन विभाग ने 9 महीने से भी कम समय में पहले फेज का कार्य पूरा किया है. उन्होंने बताया कि जल संसाधन मंत्री रहते मैंने करीब एक दर्जन बार सिमरिया जाकर कार्यों की प्रगति की समीक्षा की थी और जरूरी निर्देश दिये थे. संजय झा ने कहा कि इतनी बड़ी योजना के पहले फेज का कार्य इतने कम समय में पूरा हो जाना असंभव को संभव करने जैसा ही लगता है. इस महत्वाकांक्षी योजना के दोनों फेज को 18 महीने में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब जून 2024 तक सभी कार्य पूर्ण हो जाने की उम्मीद है.
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: BAAP के चक्कर में MY को गंवा देंगे तेजस्वी? NDA ने तो तैयारी कर ली
बता दें कि इस योजना के तहत सिमरिया धाम को हर की पौड़ी (हरिद्वार) की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. यहां रीवर फ्रंट के विकास के साथ-साथ और कल्पवास मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा. योजना के तहत राजेन्द्र सेतु और निर्माणाधीन छह-लेन पुल के बीच में गंगा के बायें तट पर लगभग 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट का निर्माण, स्नान घाट के निकट चेंजिंग रूम का निर्माण, स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था, गंगा आरती के लिए विनिर्दिष्ट स्थल का निर्माण, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप का निर्माण, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंडस्केपिंग, शौचालय परिसर, धर्मशाला, पार्क, पाथ-वे, पार्किंग एवं प्रकाशीय व्यवस्था का निर्माण आदि शामिल है. इसके अलावा छह लेन सेतु से दक्षिण में शवदाह के लिए निर्मित मोक्षधाम को भी बेहतर बनाया जाएगा.
ये भी पढ़ें- PM Modi: 2 मार्च को पीएम मोदी का बिहार दौरा, सीएम नीतीश भी रहेंगे साथ
संजय झा ने कहा कि दरभंगा जिले का कुशेश्वरस्थान इलाका प्रदेश के बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में गिना जाता था. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हमने कुशेश्वरस्थान विधानसभा की जनता से क्षेत्र में बाढ़ के प्रभाव को कम करने का वादा किया था. इसके लिए जल संसाधन विभाग द्वारा कई कार्य कराये गए. इसी कड़ी में सिरनिया-फुहिया तटबंध के किमी 70.793 पर 12 वेंट के एंटी फ्लड स्लूईस का भी निर्माण कराया गया है, जिसका आज लोकार्पण होना है. उन्होंने कहा कि मेरे आग्रह पर मुख्यमंत्री जी कुशेश्वरस्थान के जिस इलाके में 3 साल पहले फ्लड सीजन में स्थल निरीक्षण के लिए मोटर बोट से पहुंचे थे, वहां पिछले मॉनसून सीजन में धान की खेती हुई है. पूर्व मंत्री ने बताया कि महीनों जलजमाव के कारण क्षेत्र के जिन खेतों में साल में एक फसल मुश्किल से हो पाती थी, वहां अब तीन फसल तक उगाई जा रही है.