पहले तेजस्वी यादव ने बीजेपी और मोदी सरकार पर निशाना साधा था, अब उनके बड़े भाई और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप ने सीबीआई को बीजेपी का दामाद बताया है. जिस पर बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने तेजस्वी पर पलटवार किया है.
Trending Photos
Tej Pratap Yadav News: नौकरी के बदले जमीन घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार की मुसीबतें लगातार बढ़ती जा रही हैं. सीबीआई ने अब इस मामले में लालू यादव के छोटे बेटे और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया है. इसके बाद दिल्ली की राऊज एवेंयू कोर्ट ने सभी आरोपियों को 4 अक्टूबर को पेश होने का समन जारी किया है. अब इस मामले पर भी राजनीति शुरू हो चुकी है. पहले तेजस्वी यादव ने बीजेपी और मोदी सरकार पर निशाना साधा था, अब उनके बटे भाई और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप ने सीबीआई को बीजेपी का दामाद बताया है. जिस पर बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने तेजस्वी पर पलटवार किया है.
अश्विनी चौबे ने कांग्रेस पर इशारा करते हुए कहा कि सीबीआई तो उस समय भी असली दामाद था जब लालू प्रसाद यादव पहली बार जेल गए. ये सब वे भूल गए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो जैसा करेगा-वैसा भरेगा. एक चौपाई है जस करनी तस भोगाहुं ताता, नरक जात में क्यों पछताता. जो लोग भ्रष्टाचार में है उन पर तो करवाई जरूर होगी. इसमें स्वतंत्र एजेंसियां अपना काम कर रही हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह लोग चोरी भी करेंगे और ऊपर से सीनाजोरी करेंगे. असली दामाद तो सीबीआई उस समय थी जब वह पहली बार लालू यादव जेल गए थे. उस समय तो लालू यादव खुद ससुर बने हुए थे, तो उनके दामाद ही उनको गिरफ्तार करके जेल भेजा था. यह वही सीबीआई और ईडी है. ये भूल गए हैं क्या?
ये भी पढ़ें- 'ये होता सब रहता है, कोई नई बात नहीं...' लैंड फॉर जॉब घोटाले पर बोले तेजस्वी यादव
तेज प्रताप के बयान पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि हमारे तो ऐसे संस्कार नहीं हैं कि मैं इस तरह की भाषा का प्रयोग करें. सरकार में लालू प्रसाद यादव भी रहे हैं. कांग्रेस भी रही है, जेडीयू भी रही है तो इस तरह की अभद्र भाषा बौखलाहट में बोली जाती है. इसको जनता देख रही है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से भ्रष्टाचार में यह लिप्त हैं और उनके परिवार के द्वारा और बिहार सरकार के मंत्री के द्वारा इस तरह की अभद्र टिप्पणी घोर आपत्तिजनक है. सीबीआई क्या करेगी?