Pandokhar Dham Sarkar: पंडोखर धाम सरकार अपना दिव्य दरबार लगाते हैं और पर्ची भी निकालते हैं. हर पर्ची का शुल्क भी लगता है. जिसकी जैसी समस्या, वैसा ही शुल्क. अभी पटना में पंडोखर धाम सरकार का दिव्य दरबार लगा था, जो 10 अगस्त को खत्म हो गया.
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Pandokhar Dham Sarkar: 2024 में किसकी सरकार बनेगी, यह मैं बिल्कुल बता सकता हूं. अगर कोई आकर हमसे पूछे तो मैं पर्ची निकालकर बता सकता हूं कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा (Who will be Prime Minister of India). बहुत सारे नेता मेरे पास आए हैं और मैंने उन्हें बताया है कि किसकी सरकार बनने वाली है और 2024 (Lok Sabha Election 2024) में क्या होने वाला है. मैंने जिनका नाम बताया है, उसका खुलासा मैंने जिनको बताया है, वे ही कर सकते हैं. मैं यह खुलासा नहीं कर सकता. ये बातें पंडोखर धाम सरकार (Pandokhar Dham Sarkar) ने कही. पटना में 10 अगस्त को उनका तीन दिवसीय कार्यक्रम समाप्त हो गया. पटना में उन्होंने दिव्य दरबार भी लगाया था और इस दौरान उन्होंने नेताओं के साथ आम लोगों से भी मुलाकात की.
एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में पंडोखर धाम सरकार ने कहा, आप भोला यादव से पूछ लीजिए. मैंने लालू प्रसाद यादव के बारे में भी भविष्यवाणी की हुई है. जिन—जिन नेताओं के बारे में मैंने कुछ बताया, उनके वहीं रिजल्ट सामने आए हैं. मुख्यमंत्री रहने के दौरान लालू प्रसाद यादव ने पंडोखर धाम सरकार के दर्शन किए थे. रेल मंत्री रहने के दौरान भी वे पंडोखर धाम सरकार से मिल चुके हैं. पंडोखर धाम सरकार ने कहा, लालू यादव किसी बाबा को नहीं मानते हैं लेकिन उनसे जाकर पूछ लीजिए कि पंडोखर धाम सरकार क्या हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि मैं किसी की व्यक्तिगत बात दूसरो को नहीं बता सकता. उन्होंने यह भी बताया कि आज जो कुछ भी हो रहा है और पिछले कुछ दिनों से जो कुछ भी हो रहा है, उसके बारे में मैंने लालू प्रसाद यादव को 2007—08 में ही बता दिया था. जो कुछ भी मैंने बताया था, वह सब कुछ सही हो रहा है.
पंडोखर धाम सरकार ने कहा, लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव उनसे कभी नहीं मिले. लालू प्रसाद यादव के अन्य सहयोगी और करीबी लोग मुझसे मिलते रहते हैं. लालू प्रसाद यादव से साल में एक—दो बार बात हो जाती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद यादव ने कभी तेजस्वी यादव के भविष्य के बारे में मुझसे पूछा ही नहीं तो मैं कैसे बताता.
पंडोखर धाम सरकार ने पीएम मोदी को लेकर कहा, मैं उनसे कभी नहीं मिला लेकिन 2012 में संगठन की ओर से यह सवाल पूछा गया था तो मैंने पर्ची में लिखकर नरेंद्र मोदी का प्रस्ताव रखा था. बात इलाहाबाद की है. पर्ची में मैंने कहा था कि नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे. तब मीडिया में इस बात की काफी चर्चा हुई थी. राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में मैंने 2014 में अमित शाह की भी पर्ची निकाली थी.
कौन हैं पंडोखर धाम सरकार
पंडोखर धाम सरकार मूल रूप से भिंड के रहने वाले हैं और उनका नाम गुरुशरण शर्मा है. लेकिन उन्हें पंडोखर धाम सरकार के नाम से ही संबोधित किया जाता है. भिंड के लहार के बरहा गांव में 1983 में ब्राह्मण परिवार में उनका जन्म हुआ था. बचपन से ही उनकी अध्यात्म में रुचि थी और 1999 से उन्होंने दिव्य दरबार लगाना शुरू कर दिया था. दतिया जिले के भांडेर के पंडोखर गांव में इनका धाम है, जो दतिया जिला मुख्यालय से 51 किलोमीटर दूर है. इस धाम में हनुमान जी का मंदिर है. वे 1992 से पंडोखर धाम की गद्दी पर आसीन हैं.
उन्होंने बताया कि मैं कोई चमत्कार नहीं करता. बस, बजरंग बली की कृपा से लोगों की मन की बातें पढ़ लेता हूं और उसका उपाय बता देता हूं, जो फलीभूत हो जाता है. पंडोखर धाम बाबा के दरबार में लोग पर्ची पर अपनी समस्याएं लिखकर बताते हैं और पर्ची कटवाने के लिए शुल्क भी जमा करना होता है. जैसी समस्या, वैसा ही शुल्क लगता है. पर्ची कटवाने और शुल्क जमा करने के लिए कई काउंटर बताए गए हैं. इनके दरबार में मध्य प्रदेश के कई मंत्री और विधायक भी पहुंचते हैं. पुलिस भी इनसे मदद मांगने जाती है.