Jharkhand News: मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि आज मैं बताना चाहूंगा कि अबुआ आवास क्यों जरूरी हुआ. उन्होंने का कि पहले इंदिरा आवास योजना था जिसके बाद पीएम आवास शुरू हुआ. केंद्र की सरकार कहती थी 2022 तक सबको पक्का मकान देंगे.
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रांची : रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने झारखंडवासियों को बड़ी सौगात दी. बता दें, आज रांची में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अबुआ आवास योजना का शुभारंभ किया. इस बीच सीएम ने लाभार्थियों के बीच स्वीकृति पत्र बांटा. इस मौके पर मंत्री आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, सत्यानंद भोक्ता और मंत्री दीपक बिरुआ, सांसद महुआ माजी, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, डीसी राहुल कुमार सिन्हा सहित कई लोग मौजूद रहें.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने ग्राम गाड़ी योजना को हरी झंडी दिखाई. बता दें, योजना के पहले चरण में 250 बसों का संचालन किया जाना है. बस संचालकों को वाहन खरीद पर सब्सिडी मिलेगी. इसमें 60 वर्ष से अधिक के वरिष्ठ नागरिक निशुल्क यात्रा कर सकेंगे. वहीं, छात्र-छात्रा और राज्य सरकार द्वारा विधवा पेंशन से आच्छादित महिलाएं भी निशुल्क यात्रा कर सकेंगी. ग्रामीण क्षेत्र के लोगो को भी सुगम निशुल्क यात्रा का लाभ मिलेगा. इसका उद्देश्य राज्य के ग्रामीण और सुंदर जनजातीय क्षेत्रों में सड़क परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाना है. ग्रामीण क्षेत्रों को प्रखंड अनुमंडल और जिला मुख्यालय से जोड़ना इसका मकसद है.
वहीं अपने संबोधन में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि आज मैं बताना चाहूंगा कि अबुआ आवास क्यों जरूरी हुआ. उन्होंने का कि पहले इंदिरा आवास योजना था जिसके बाद पीएम आवास शुरू हुआ. केंद्र की सरकार कहती थी 2022 तक सबको पक्का मकान देंगे. लेकिन आज क्या स्तिथि है. राज्य के आदिवासी मूलवासी के साथ केंद्र ने भेदभाव किया है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री ''ग्राम गाड़ी योजना'' योजना बनाई है इसके तहत जिन्हे गाड़ी नही मिलती थी उन्हे अब जंगल में भी गाड़ी मिलेगी. सबको पेंशन मिलेगा. ग्राम गाड़ी योजना का लाभ लोगो को मिलेगा.
हमारे तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कई बार पीएम आवास में अपना हक मांगा यहां तक कि ग्रामीण विकास मंत्री ने भी केंद्र सरकार से अपनी मांग रखी थी लेकिन केंद्र ने गरीबों का घर बनाने के लिए सहमति नहीं दी. तब हेमंत सरकार ने अपने बलबूते आवास देने की योजना बनाई. आगे सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि आज 24 हजार लोगों को स्वीकृति पत्र दिया गया. ये सरकार किसी को निराश नहीं होने देगी. तीन माह के बाद एक साथ नौ लाख आवास देंगे. झारखंड में ग्रामीण क्षेत्र की स्तिथि हम जानते हैं हम राज्य की तकलीफें भी समझते है.
उन्होंने कहा कि केंद्र ने राज्य को धोखा दिया है विपक्ष कहता है कि सरकार ने क्या काम किए है जानकर भी वो अनजान बनते है. हमारी सरकार 20 लाख परिवार को फ्री बिजली दे रही है हेमंत बाबू के नाम पर जनादेश मिला था कोरोना काल में हेमंत का कुशल नेतृत्व दिखा. उन्होंने राज्य के बाहर से मजदूरों को हवाई जहाज से वापस लाया. उस वक्त कोई भी एक दूसरे से नहीं मिलता था उस समय हालात बहुत खराब था. बीजेपी पर तंज कसते हुए सीएम चंपई ने कहा कि बीजेपी वाले अबुआ आवास को बबुआ आवास बोलते है इन्हे शर्म भी नहीं आती है. हम तो गरीबों को घर दे रहे हैं बीजेपी वाले हमें क्या समझता है आपकी भी सरकार थी उस वक्त क्या काम किया था आपने. कोई काम नहीं किया इसलिए जनता ने गद्दी से उतारा. बीजेपी वालों ने राज्य की क्या स्तिथि की थी.
वही मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने जो काम किया है वो सब ने देखा है. डबल इंजन की सरकार से उम्मीद थी कुछ काम होगा लेकिन कुछ नही हुआ. विकसित भारत योजना चलाया जा रहा है सब झूठ है. सब चीजों का दाम दुगना बढ़ाया है. डबल इंजन ने किसी के लिए कोई काम नहीं किया. हेमंत सोरेन ने कहा था की जो किसी ने नहीं किया वो हम कर के दिखायेंगे, जो गांव में वृद्धा पेंशन का इंतज़ार करते थे वो दर दर भटकते रहे थे. हेमंत सोरेन ने 50 साल के लोगो को वृद्धा पेंशन दिया. विकलांग कल्याण के लिए 3 कमरे का आवास दिया . सभी को आबुआ आवास सरकार ने दिया. सावित्री बाई फुले योजना के तहत किशोरियों के खाते में पैसे भेजे जाएंगे.
इनपुट- तनय खंडेलवाल
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