Vastu Bull Painting For Home In Hindi: हर किसी की इच्छा होती है कि उसका एक सुंदर सा घर होगा. घर की सजावट के लिए अक्सर लोग दीवारों पर तरह-तरह की पेंटिंग लगाते है. क्या आपको पता है कि वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ पेंटिंग का बहुत ही महत्व होता है. कई पेंटिंग ऐसी है अगर कोई इनको अपने घर की दीवार पर लगा रहे तो वो आपके घर से नकारात्मक शक्तियों को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा लाने का काम करती है. वास्तु के अनुसार बता दें कि घर की दीवार पर दौड़ते हुए बैल की पेंटिंग को शुभ संकेत माना जाता है. अगर बैल की पेंटिग आपके गर में है तो परिवार में सुख और शांति दोनों ही बनी रहती है. आपकों बता दें कि दौड़ते हुए बैल की एक पेंटिंग फिल्म जगत के महानायक अमिताभ बच्चन के घर में भी लगी हुई है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़िए-  Vastu Tips: घर के अंदर इन कांटेदार पौधों से पड़ता है ग्रहों का अशुभ प्रभाव, तिजोरी से गायब हो जाता है धन



धन, समृद्धि और सफलता का प्रतीक है दौड़ता हुआ बैल (Bull Painting For Home)


वास्तु शास्त्र में दौड़ते हुए बैल की फोटो को शुभ और अच्छे लक्षणों का प्रतीक माना जाता है. यह एक पौराणिक दृष्टिकोण से भरपूर है और घर में सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने का काम करता है. निम्नलिखित कुछ कारण बताते हैं कि वास्तु शास्त्र में दौड़ते हुए बैल को धन, समृद्धि और सफलता का प्रतीक माना जाता है. इसका चित्रण घर में खुशहाली और समृद्धि की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जाता है. बैल कृषि संस्कृति का हिस्सा होता है और उसका मददगार होता है. इसके माध्यम से घर में कृषि के महत्व को दर्शाया जाता है और उसकी मान्यता को बढ़ावा दिया जाता है. बैल हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण प्राणी है और कई पौराणिक कथाओं में उसका महत्व दर्शाया गया है. इसलिए, वास्तु में दौड़ते हुए बैल की फोटो धार्मिक और पौराणिक संबंध को दर्शाती है.


ये भी पढ़िए- Trikon Rajyog: त्रिकोण राजयोग में इन राशि के लोगों की चमकेगी किस्मत, धन लाभ के लिए करना होगा बस ये उपाय


घर में किस दिशा में लगानी चाहिए बैल की पेंटिंग (Vastu Painting For Home)


वास्तु शास्त्र के अनुसार दौड़ते हुए बैल की पेंटिंग को घर या फिर कह सकते है कि ऑफिस में दक्षिण दीवार पर लगाना चाहिए. वो इसलिए क्योंकि दक्षिण दिशा में ही सफलता और प्रसिद्धि जुड़ी होती है. इसके अलावा बता दें कि इस पेंटिंग को आप उत्तर दिशा में भी लगा सकते हैं. अगर आप उत्तर दिशा में पेंटिंग लगा रहे हैं तो घर के अंदर आर्थिक स्थिति ठीक रहती है.


ये भी पढ़िए- Gajkesari Yog: इन राशियों में प्रवेश करेगा गजकेसरी योग, जातकों को धन के राजा कुबेर का मिलेगा आशीर्वाद, तो हो जाएंगे मालामाल


शक्ति, संयम, वफादारी और सेवा का प्रतीक है बैल (Nature Art For House)


बता दें कि दौड़ते हुए बैल की फोटो का धार्मिक महत्व विभिन्न धार्मिक और पौराणिक परंपराओं में हो सकता है. ये कुछ उदाहरण हैं जो बैल की फोटो के धार्मिक महत्व को दर्शाते हैं. हिन्दू धर्म में बैल को शक्ति, संयम, वफादारी और सेवा का प्रतीक माना जाता है. उसकी पूजा विभिन्न त्योहारों और व्रतों में की जाती है.


नंदनी व्रत (Nandini Vrat): इस व्रत में एक दौड़ते हुए बैल की पूजा की जाती है. जिसका मुख्य उद्देश्य भगवान शिव की प्राप्ति और आशीर्वाद प्राप्त करना होता है.


नंदी (Nandi): हिन्दू धर्म में भगवान शिव के वाहन के रूप में बैल को 'नंदी' के नाम से जाना जाता है. नंदी को शिव के भक्तों का प्रतिनिधि माना जाता है और उनके बड़े भक्त माने जाते हैं. उन्हें देवादित्य नंदी भी कहा जाता है.


कृष्ण जन्माष्टमी (krishna janmashtami): इस त्योहार में बैल को भगवान कृष्ण के पिता वसुदेव का वाहन माना जाता है. कृष्ण जन्माष्टमी पर बैल की मूर्तियों की पूजा की जाती है.


गोपाष्टमी (Gopashtami): इस पर्व में बैल की पूजा की जाती है जो गोपालकृष्ण के गोपों की रक्षा करने में मदद करने आये थे.


श्री पञ्चमी (Shree Panchami): इस दिन बैल की पूजा भी की जाती है, जिसमें बच्चों को शिक्षा और विद्या की प्राप्ति के लिए आशीर्वाद माना जाता है.


इनपुट- पंड़ित कौशल पांडेय 


ये भी पढ़िए-  Lucky Dream Plant: घर के बाएं दरवाजे में लगाएं यह लकड़ी, मां लक्ष्मी रहेंगी मेहरबान, कभी नहीं होगी धन की कमी