Jivan Rekha: हथेली में जीवन रेखा अमूमन कलाई से शुरू होती है और अर्ध चंद्र का आकार लेती हुई तर्जनी उंगली के नीचे हथेली के बाहर की ओर जाकर समाप्त होती है.
Trending Photos
Jivan Rekha In Palm: हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति के हाथों की लकीरों में उसके पूरे जीवन का रहस्य छिपा होता है. हाथों की रेखाओं को देखकर व्यक्ति के भूतकाल और भविष्यकाल को समझा जा सकता है. लाल रंग और गहरी रेखाएं होने पर व्यक्ति क्रोधी स्वभाव का माना जाता है. व्यक्ति के हाथ में बनी जीवन रेखा का बहुत महत्व होता है. हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार, हाथों में बनी जीवन रेखा से व्यक्ति की उम्र, उसके जीवन के सुख-दुख और बड़ी घटनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है.
हथेली में ये रेखा अंगूठे को घेरती हुई नजर आती है. अमूमन ये रेखा कलाई से शुरू होती है और अर्ध चंद्र का आकार लेती हुई तर्जनी उंगली के नीचे हथेली के बाहर की ओर जाकर समाप्त होती है. जीवन रेखा व्यक्ति की सेहत और उसकी उम्र का सूचक होती है. लंबी, गहरी और साफ जीवन रेखा को काफी अच्छा माना जाता है. ऐसे जातकों का जीवन काफी सुखमय बीतता है. ऐसे व्यक्ति सेहतमंद और लंबी जिंदगी जीते हैं. जीवन रेखा पर ध्वज, चक्र और स्वस्तिक का निशान होना काफी शुभ माना जाता है. ऐसे व्यक्ति काफी सम्मानित होते हैं. अगर जीवन रेखा जंजीर की तरह हो, तो ऐसे व्यक्ति हमेशा बीमार बने रहते हैं.
ये भी पढ़ें- वैवाहिक जीवन के राज खोलती है विवाह रेखा, पता कर सकते हैं लव लाइफ के सीक्रेट
जीवन रेखा पर तिल या क्रॉस
पतली और धुंधली जीवन रेखा के जातक भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से घिरे रहते हैं. अगर जीवन रेखा जाकर हृदय रेखा से जुड़ती है, तो ऐसे व्यक्ति काफी संवेदनशील होते हैं. हालांकि, उन्हें दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बना रहता है. जीवन रेखा पर तिल हो या कोई रेखा उसे काट रही हो यानी क्रॉस का निशान बन रहा हो, तो ये शुभ संकेत नहीं है. यह जीवन में बड़ी दुर्घटना या गंभीर बीमारी का सूचक है. हस्तरेखा के जानकार, दुर्घटना की उम्र तक का अंदाजा लगा सकते हैं.
ये भी पढ़ें- भाग्यरेखा में तिल का क्या है मतलब, जानें इससे धनहानि होगी या मिलेगी पैत्रक संपत्ति?
छोटी जीवन रेखा का मतलब
अगर कोई रेखा चंद्र पर्वत से चलकर जीवन रेखा तक जाए तो ऐसे व्यक्ति के पास अंतिम समय में काफी धन-संपदा होगी. लेकिन मृत्यु के समय वह अपने घर से दूर होगा. इसके अलावा अगर कलाई के पास जीवन रेखा दो भागों में बंट जाती है, तो ऐसे व्यक्ति की मृत्यु उसके पैतृक घर से काफी दूर जाकर होती है. छोटी जीवन रेखा का मतलब ये कतई नहीं है कि व्यक्ति की उम्र भी छोटी होगी. ऐसे व्यक्तियों को जीवन में सफलता के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है.