ट्रेन के एसी कोच में यात्री बनकर करते थे चोरी, डेढ़ महीने में उड़ाए 6 करोड़ रुपए
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ट्रेन के एसी कोच में यात्री बनकर करते थे चोरी, डेढ़ महीने में उड़ाए 6 करोड़ रुपए

ओड‍िशा के राउरकेला में दो महीने में ट्रेन में चोरी की दो बड़ी वारदात हुईं. सीसीटीवी से इस शातिर चोर गैंग का खुलासा हुआ. ये गैंग 10 साल से चोरी कर रही थी. चोरी के लिए ये पूरे देश में यात्रा करते थे.

ट्रेन के एसी कोच में यात्री बनकर करते थे चोरी, डेढ़ महीने में उड़ाए 6 करोड़ रुपए

राउरकेला (ओडि‍शा): रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने एक ऐसे शातिर गैंग को गिरफ्तार किया है, जो पूरे देशभर में ट्रेनों में यात्री बनकर यात्रियों को निशाना बनाता था और उनका सामान चोरी कर फरार हो जाता था. ये अब तक 500 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देकर करोड़ों रुपए की चोरी कर चुके हैं. इनके पास से दो करोड़ 23 लाख रुपए कैश बरामद हुए हैं.

आरपीएफ के अनुसार, सीसीटीवी से इस शातिर चोर गैंग का खुलासा हुआ. ये गैंग 10 साल से चोरी कर रही थी. चोरी के लिए ये पूरे देश में यात्रा करते थे. झारखंड के चक्रधरपुर के सीनियर डीएससी डीके मौर्य ने ज़ी न्यूज़ को बताया की ट्रेनों में चोरी की वारदात लगातार बढ़ रही थी. तभी 19 जनवरी को हावड़ा से पोरबंदर जा रही आपा एक्सप्रेस में 2 करोड़ 79 लाख रुपए से भरे बैग की चोरी हुई. 3 मार्च को भी इसी ट्रेन में 3 करोड़ 14 लाख रुपए की चोरी हुए. दोनों वारदात समान थीं. और उड़ीसा के राउरकेला आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर सुधीर कुमार को केस की जांच सौंपी गई. हेडकांस्टेबल अजय कुमार, रवि कुमार और आरएस बेहरा के साथ सीसीटीवी एक्सपर्ट और कॉन्स्टेबल श्रेया प्रधान के साथ अपनी टीम बनाई.

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सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की. तभी आरपीएफ को सीसीटीवी में दो संदि‍ग्‍ध लोग ट्रॉली बैग ले जाते हुए नज़र आए. इनकी पहचान करने के लिए बैग मालिकों को दिखाया, जिसमें चोरी हुए बैग की पहचान कर ली गई. उसी बीच 21 मार्च को राउरकेला रेलवे स्टेशन पर टीम तैनात की गई और जैसे ही ट्रेन आई तभी तीन लोगों को प्लेटफॉर्म से गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गैंग के मुखिया राजन श्रीवास्तव जो रांची का रहने वाला है और गैंग में शामिल दो भाई संजय गुप्ता और सुनील गुप्ता के तौर पर हुई. दोनों भाई  बिहार के रहने वाले हैं और कमीशन पर चोरी करते थे. इनके पास से 2 करोड़ 23 लाख रुपए कैश और 17 सेकंड क्लास एसी की टिकट भी बरामद हुए.

फर्स्ट क्लास कोच में यात्री बनकर करते थे चोरी
गिरफ्तार आरोपियों ने बताया की ये करीब 10 सालों से पूरे भारत में ट्रेन में यात्रा कर चोरी की वारदात कर रहे थे. गैंग का मास्टरमाइंड राजन श्रीवास्तव पैसेंजर बनकर फर्स्ट और सेकंड क्लास एसी वाली ट्रेन में अपने गैंग के साथ यात्रा करता था. यात्रा करने के दौरान ही इस बात का ख्याल रखता था की कौन सा यात्री अपने सामान पर बार-बार नज़र रख रहा है. इस गैंग को शक हो जाता था तभी मौका पाकर स्टेशन के आते ही बैग लेकर फरार हो जाते थे.

मुख्य आरोपी चोरी के पैसों को कारोबार में निवेश करता था
आरोपियों ने आरपीएफ को बताया की इनको खुद ही याद नहीं है ये अब तक ऐसे ही कितनी वारदात कर चुके हैं. दिल्ली से आने-जाने वाली ट्रेनों में भी चोरी कर चुके हैं. इनके पास बरामद टिकटों में से 5 टिकट दिल्ली की भी हैं. आरोपी राजन का कपड़ों का कारोबार है, जिसे उसका परिवार चलाता है. राजन चोरी की रकम को अपने कारोबार में इन्वेस्ट करता है. बाकी दो आरोपी जो रिश्ते में भाई हैं ये राजन के पास कमीशन पर काम करते थे. अब इनके ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है ये कितनी वारदात कर चुके हैं. इनके गैंग में कितने लोग शामिल हैं.