समस्तीपुर में उड़ता रहा कानून का मजाक, चलता रहा न्याय का पारंपरिक तालिबानी दरबार
Advertisement

समस्तीपुर में उड़ता रहा कानून का मजाक, चलता रहा न्याय का पारंपरिक तालिबानी दरबार

समस्तीपुर में कानून को ताख पर रखकर तालिबानी अंदाज में सजा देने की प्रक्रिया सामने आई है. यहां खानाबदोश समाज के 19 जिले से आए हजारों की संख्या में लोगों के सामने न्याय का दरबार सजाया गया. 

समस्तीपुर में कानून का उड़ाया गया सरेआम मजाक.

समस्तीपुरः बिहार के समस्तीपुर में कानून को ताख पर रखकर तालिबानी अंदाज में सजा देने की प्रक्रिया सामने आई है. यहां खानाबदोश समाज के 19 जिले से आए हजारों की संख्या में लोगों के सामने न्याय का दरबार सजाया गया. जहां सजा देने की प्रक्रिया को देख आप हैरान रह जायेंगे.

एक तरफ 'एक देश एक कानून' की बात होती है, तो वहीं दूसरी तरफ समस्तीपुर में न्याय के नाम पर जो कुछ भी हुआ वह पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रहा है.

खानाबदोश समाज के अलग-अलग क्षेत्रों से आए लोग जिनके द्वारा जघन्य अपराध किए गए थे. उन्हें यहां सजा सुनाई गई और सजा ऐसी जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. 

न्याय के नाम पर महिलाओं के बाल काटे गए तो, वहीं पुरुषों को खंभे में बांधकर के उसके मुंह में कालिख और चूना लगाया गया. जिसे हमारा संविधान कतई इजाजत नहीं देता है. लेकिन यह सब होते रहा और इसे रोकने टोकने वाला कोई नहीं था.

वहीं, खानाबदोश संघ के अध्यक्ष ने कहा कि वह भारतीय संविधान का सम्मान करते हैं, लेकिन मुगल काल से ही इस तरह की प्रथा चली आ रही है और आज तक उनके समुदाय का कोई भी मामला थाने में नहीं गया है. सभी मामले का निपटारा सामाजिक स्तर पर होता है.