गोपालगंज: प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा आधा दर्जन नर्सिंग होम को बंद करने के बाद हड़ताल
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar533431

गोपालगंज: प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड द्वारा आधा दर्जन नर्सिंग होम को बंद करने के बाद हड़ताल

गोपालगंज में प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड के निर्देश पर करीब आधा दर्जन नर्सिंग होम और जांच घर को सील कर दिया गया था. इसी करवाई के विरोध में आज गुरुवार को जिले के सभी निजी क्लिनिक जहा सांकेतिक हड़ताल पर रहे.

जिला प्रशासन के द्वारा सील किये गए नर्सिंग होम की कारवाई को असंवैधानिक करार दिया है. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड के निर्देश पर करीब आधा दर्जन नर्सिंग होम और जांच घर को सील कर दिया गया था. इसी करवाई के विरोध में आज गुरुवार को जिले के सभी निजी क्लिनिक जहा सांकेतिक हड़ताल पर रहे. वहीं, जिला प्रशासन के द्वारा सील किये गए नर्सिंग होम की कारवाई को असंवैधानिक करार दिया है. 

गुरुवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी भवन में आइएमए की बैठक की गयी. जिसमे आगामी आठ जून को बिहार के सभी निजी क्लीनिक को एक दिन के लिए सांकेतिक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया गया. यह जानकारी गोपालगंज के आइएमए के जिलाध्यक्ष डॉ बैधनाथ सिंह ने दी. 

 

उन्होंने कहा की बिहार राज्य प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड के नियमावली को लेकर मेडिकल कचरा अपशिष्ट को लेकर जिले के आधा दर्जन नर्सिंग होम और जाँच घर को सील कर दिया गया. जिला प्रशासन और मेडिकल बोर्ड चाहता तो नियमों के उलंघन के खिलाफ सम्बंधित नर्सिंग होम का लाइसेंस रद्द कर सकता था. लेकिन ऐसा नहीं कर के नर्सिंग होम की बिल्डिंग को सील कर दिया गया. जिसकी वजह से नर्सिंग होम भवन के दुसरे कमरे में मरीज भर्ती किये गए थे. उसका भी ख्याल नहीं रखा गया और पुरे भवन को सील कर दिया गया जो गैरकानूनी है.

उन्होंने कहा कि इसके लिए जरुरत पड़ी तो वे कोर्ट का सहारा लेंगे और आगामी आठ जून से पुरे प्रदेश के नर्सिंग होम को बंद कर सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे. बता दें की मेडिकल कचरा को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा छापामारी जिले के कई बड़े नर्सिंग होम और जाँच घर की छापामारी कर उन्हें सील कर दिया गया है. इसी को लेकर जिला प्रशासन और आइएमए आमने सामने है.