बिहार : योगी आदित्यनाथ बोले- हम आरजेडी की तरह आतंकी और अपराधी नहीं पालते
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बिहार : योगी आदित्यनाथ बोले- हम आरजेडी की तरह आतंकी और अपराधी नहीं पालते

योगी आदित्यनाथ ने आरजेडी के शासनकाल को निशाने पर लिया और कहा कि तब किस तरह से अपराध होता था, लेकिन अब बिहार में एनडीए की सरकार है.

योगी आदित्यनाथ ने बिहार के लोगों को कुंभ आने का न्यौता दिया. (फाइल फोटो)

शैलेंद्र/पूर्णिया : उत्तर प्रदेश (यूपी) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूर्णिया दौरे पर आये, तो उनके निशाने पर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस रही. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अब यूपी की तरफ आतंकी और अपराधी आंख उठाकर भी नहीं देखते हैं, क्योंकि हम आरजेडी की तरह आतंकियों और आपराधियों को पालते नहीं हैं. हम उनको वहां पहुंचा देते हैं, जहां उनकी जगह होती है. इस वजह से वो यूपी की तरफ देखते भी नहीं.

दरअसल, योगी आदित्यनाथ बिहार के लोगों को कुंभ में आने का निमंत्रण दे रहे थे. इसी दौरान कुंभ की व्यवस्थाओं की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि हमने यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. 17 हेक्टेयर के मेला क्षेत्र को 32 हेक्टेयर का कर दिया गया है. वहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं, किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. इसी क्रम में उन्होंने आतंकियों और अपराधियों की बात की और आरजेडी पर निशाना साधा. 

योगी आदित्यनाथ ने आरजेडी के शासनकाल को निशाने पर लिया और कहा कि तब किस तरह से अपराध होता था, लेकिन अब बिहार में एनडीए की सरकार है. केंद्र और राज्य सरकार मिलकर प्रदेश का विकास कर रही है. बंद पड़े खाद कारखानों को चालू किया जा रहा है. 

'पाकिस्तान जानता है कि हम एक मारेंगे तो हिन्दुस्तान सौ मारेगा'
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और कहा कि वो जानता है कि अगर हम हिन्दुस्तान के एक सैनिक मारेंगे, तो वो हमारे सौ सैनिकों को मार देगा. ये काम सिर्फ केंद्र की पीएम नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार कर सकती है. इसके अलावा कोई और सरकार ये नहीं कर सकती है. यूपी के सीएम ने कहा कि 'बूथ जीतो, चुनाव जीतो' ही असली मंत्र है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सभी शक्ति केंद्र प्रभारी ये ठान लें कि हमको अपना बूथ जीतना है. अगर आपने ये तय कर लिया, तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको चुनाव नहीं हरा सकती है, इसलिए बूथ का बड़ा महत्व है. मुझे पूरा विश्वास है कि बीजेपी और उसके सहयोगियों को बिहार की सभी सीटों पर सफलता मिलेगी. 

'अब नहीं कहना होगा इलाहाबाद और फैजाबाद'
योगी आदित्यनाथ ने कुंभ का निमंत्रण देते हुये कहा कि हमने वहां का नाम बदल दिया है. अब किसी को इलाहाबाद नहीं कहना पड़ेगा. प्रयागराज नाम कर दिया गया है. ऐसे ही फैजाबाद का नाम भी बदल कर अयोध्या कर दिया गया है. यूपी के सीएम ने कहा कि प्रयागराज में तीन नदियों का संगम माना जाता है, जहां पर गंगा और यमुना तो दिखती हैं, लेकिन सरस्वती को अदृश्य माना जाता है, लेकिन हमने प्रयागराज के किले के अंदर उस कूप को आम लोगों के लिए खोल दिया है, जो सरस्वती के नाम पर है और पिछले 450 साल से आम लोग उसका दर्शन नहीं कर सकते थे, लेकिन अब हमने सबके लिए खोला है. ऐसे ही अक्षयवट को भी आम जनता  के दर्शन के लिए खोल दिया गया है. अक्षयवट वो वृक्ष है, जिसको नष्ट करने की कोशिश अकबर समेत कई मुस्लिम शासकों ने की, लेकिन कामयाब नहीं हो सका. अक्षयवट को मिटाने की कोशिश करनेवाले खुद मिट गये, लेकिन अक्षयवट अभी तक है.

'बूथ कार्यकर्ता से राष्ट्रीय अध्यक्ष बने अमित शाह'
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीमांचल के कार्यकर्ताओं में खूब जोश भरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि बीजेपी विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है, जिसमें कोई बूथ स्तर का कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. प्रधानमंत्री की कुर्सी तक जा सकता है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की चर्चा करते हुये यूपी के सीएम ने कहा कि 28 साल पहले वो बूथ अध्यक्ष थे, लेकिन आज राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. ऐसा बीजेपी जैसे दल में ही हो सकता है. दूसरे दलों में नहीं, जहां पर परिवारवाद के आधार पर लोगों को नेता बनाया और पद दिये जाते हैं. 

'2014 सिर्फ नेता के रूप में मोदी थे, अब उपलब्धियां भी हैं'
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 के चुनाव से 2019 में होनेवाला चुनाव अलग है, क्योंकि 2014 में आपके पास सिर्फ नरेंद्र मोदी नेता के रूप में थे. अब नेता के रूप में नरेंद्र मोदी तो हैं ही, उनके काम भी हैं, जिन्हें आम लोगों तक पहुंचाना है. कैसे पिछले साढ़े चार साल में समाज के पिछड़े तबके को आगे लाने का काम किया गया है. उज्जवला योजना के तहत 12 करोड़ गैस कनेक्शन दिये गये, जिनमें छह करोड़ निशुल्क हैं. ऐसे ही 34 करोड़ लोगों के बैंकों में खाते खुलवाये गये. अब आरोग्य योजना से पांच लाख तक का मुफ्त इलाज किया जा रहा है. इस बजट में किसानों के खाते में हर साल छह हजार रुपये देने की स्कीम शुरू की गयी है. इनकम टैक्स की लिमिट को सीधे दोगुना करके नौकरीपेशा लोगों को राहत दी गयी है.