बिहार: मशरूम की खेती कर 'आत्मनिर्भर' बन रही महिलाएं, PM मोदी के सपने को कर रही 'साकार'
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बिहार: मशरूम की खेती कर 'आत्मनिर्भर' बन रही महिलाएं, PM मोदी के सपने को कर रही 'साकार'

दियारावर्ती इलाके की माहिलाएं अब बड़े पैमाने पर मशरूम का उत्पादन कर 'आत्मनिर्भर भारत' के  मूल मंत्र को साकार करने में जुटी हैं

मशरूम की खेती कर 'आत्मनिर्भर' बन रही महिलाएं.

इमरान अजीज/बगहा: पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संदेश को साकार करने में यूपी-बिहार सीमा (UP-Bihar Border) पर गंडक दियारा इलाके की महिलाएं जी जान से जुटी हैं. पश्चिम चंपारण जिला के ठकराहां, चखनी और इंडो-नेपाल सीमा (Indo-Nepal Border) से सटे गंडक नदी किनारे झंडू टोला इलाके की सैकड़ों माहिलाएं घर में ही मशरूम (Mushroom) की खेती कर आत्मनिर्भरता का संदेश दे रही हैं और अपने आजीविका को मजबूती प्रदान कर रही हैं.

बगहा के दियारा में आधी आबादी को देश के प्रधानमंत्री का मूल मंत्र आत्मनिर्भर बनें काफी रास आ रहा है. नतीजतन दियारावर्ती इलाके की माहिलाएं अब बड़े पैमाने पर मशरूम का उत्पादन कर 'आत्मनिर्भर भारत' (Atamnirbhar Bharat) के  मूल मंत्र को साकार करने में जुटी हैं और पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का धन्यवाद कर रही हैं.

गंडक नदी किनारे बसे चखनी-रजवटिया, धनहा-ठकराहां और झंडू टोला जैसे बाढ़ ग्रस्त दियारा क्षेत्र की माहिलाएं जीविकोपार्जन के लिए घरों में मशरूम का उत्पादन कर रही हैं. दरअसल, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं मशरूम की खेती का पहले खुद प्रशिक्षण ली और फिर इलाके के ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का बीड़ा उठाया है.

बता दें कि अब तक सैकड़ों महिलाएं मशरूम के उत्पादन से जुड़ गईं हैं. इनका कहना है कि पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के मूल मंत्र को स्वयं आत्मनिर्भर बन कर साकार कर रही हैं.  बाढ़ और कटाव की विभीषिका वाले गंडक दियारा के निचले इलाकों में अब मशरूम का उत्पादन और उन्नत खेती कर रही महिलाओं कि यह कारसतानी स्वावलंबन समेत इनके आजीविका के लिए वरदान साबित होगा.

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